19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बांदा

विचित्र बीमारी की चपेट से दो बच्चों की मौत, दर्जन भर हुए ग्रसित

बिसंडा थाना क्षेत्र के गांव में विचित्र बीमारी की चपेट में आने से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, वहीं दो दर्जन मासूम बच्चे बीमार बताए जा रहे हैं।

Google source verification

बांदा. बिसंडा थाना क्षेत्र के गांव में विचित्र बीमारी की चपेट में आने से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, वहीं दो दर्जन मासूम बच्चे बीमार बताए जा रहे हैं। मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग लापरवाह नजर आ रहा है। अभी तक गांव में जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची है।

मामला बिसंडा थाना क्षेत्र के बिलगांव ग्राम पंचायत के निजामत पुरवा मजरे का है, जहां एक ही परिवार के एक बच्चे की रविवार देर शाम मौत हो गई और एक मासूम बच्चे की सोमवार सुबह जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। गांव के ही दो दर्जन बच्चे इस बीमारी से ग्रसित बताए जा रहे हैं। मृतकों के परिजनों का कहना है कि बच्चों के गले में सूजन की शिकायत थी, ऐसा लग रहा था, मानों गले में गांठे हो गई हो। इसी परिवार के तीन और बच्चे अभी भी बीमार हैं, जिन्हें परिजन जिला अस्पताल लेकर आए हैं। यही नहीं गांव के तमाम बच्चे बीमार बताए जा रहे हैं। सभी बच्चों में लगभग एक ही लक्षण देखने को मिल रहा है, लेकिन बीमारी को लेकर स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से उदासीन बना हुआ है।

गलगोटू कहते है इस बीमारी को-

मृतकों के परिजनों ने बताया कि सूचना देने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग का कोई अधिकारी या कर्मचारी गांव नहीं पहुंचा है। वहीं जिला चिकित्सालय के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर आरके गुप्ता ने बताया कि यह टांसिल्स की बीमारी है। इसे गांव की भाषा में गलघोटू बीमारी कहते हैं। इसमें अगर शुरुआती दौर में इलाज न कराया गया, तो यह भयंकर रुप ले लेती है, गले में गांठ होने से सांस लेने और खाने-पीने में बच्चों को दिक्कत होती है। बच्चे जो कुछ खाते-पीते हैं वह पलट देते हैं, जिसके चलते अगर समय रहते इसका इलाज न कराया गया, तो बच्चे की मौत हो जाती है।