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फीका रहा कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित टीपू जयंती समारोह

मुख्यमंत्री के बाद उपमुख्यमंत्री भी रहे अनुपस्थितशिवकुमार, जयमाला और जमीर रहे मौजूदजद-एस के मंत्री रहे नदारदभाजपा ने आयोजन के औचित्य पर उठाया सवाल

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बेंगलूरु. राज्य में शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच १८ वीं सदी के मैसूरु रियासत के शासक टीपू सुल्तान की जयंती मनाई गई। हालांकि, राजधानी के विधानसौधा बैंक्वेट हॉल में सरकार की ओर से आयोजित मुख्य समारोह मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री की अनुपस्थिति के कारण फीका रहा।
जनता दल-एस नेता व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी का समारोह में शामिल नहीं होना पहले से तय था लेकिन कांग्रेस नेता व उपमुख्यमंत्री डॉ जी परमेश्वर भी ऐन मौके पर कार्यक्रम में नहीं आए। मुख्यमंत्री का नाम आमंत्रण पर नहीं था और वे चिकित्सकों की सलाह पर शुक्रवार को ही रविवार तक विश्राम करने शहर से बाहर एक रिजार्ट में चले गए थे लेकिन आधिकारिक कार्यक्रम के मुताबिक परमेश्वर को समारोह का उद्घाटन करना था लेकिन अचानक परमेश्वर भी संक्षिप्त विदेश प्रवास पर चले गए। इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व जल संसाधन मंत्री डी के शिवकुमार ने समारोह का उद्घाटन किया। शिवकुमार के साथ मंच पर कांग्रेस के सिर्फ दो- मंत्री बी जेड जमीर अहमद खान और जयमाला मौजूद थीं। जद-एस का कोई भी मंत्री समारोह में मौजूद नहीं था। जद-एस नेताओं की गैर हाजिरी के कारण कार्यक्रम सिर्फ कांग्रेसी शो बनकर रह गया।
उधर, भाजपा ने कोडुगू, चिकमगलूरु, मण्ड्या, दक्षिण कन्नड़ सहित विभिन्न जिलों में शनिवार को टीपू जयंती के आयोजन के खिलाफ प्रदर्शन किया। पुलिस ने कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों को हिरासत मेें लिया। कोडुगू बंद का मिला-जुला असर रहा। प्रदेश भाजपा ने ट्वीट कर कहा कि सरकार टीपू की जयंती मना रही है और मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री अनुपस्थित हैं, ऐसे में आयोजन का औचित्य क्या है। इससे गठबंधन का दोहरा चेहरा सामने आ गया है।