बांसवाड़ा. बांसवाड़ा जिले के भूंगड़ा क्षेत्र में एक कच्चे मकान में अचानक लगी आग से भीतर सोई दस माह की मासूम बच्ची जिंदा जल गई। बच्ची के जिंदा जलने की जानकारी से हर कोई सन्न रह गया। आग से लाखों के नकदी-जेवर और घरेलू सामान भी राख हो गया।
पुलिस के अनुसार घटना सोमपुर गांव में हुई। सूचना पर थानाधिकारी गोपालकृष्ण मय जाब्ते पहुंचे। पुलिस उपाधीक्षक नानालाल सालवी ने भी पहुंचकर वस्तुस्थिति की जानकारी ली। घटना के समय बच्ची की मां नदी पर कपड़े धोने गई थी। घर में पीछे मासूम सोई हुई थी और दो बच्चे ही थे। घटना किन कारणों से हुई पता नहीं चला, लेकिन आग से घर पूरा जल गया। पुलिस ने मौका कार्रवाई के बाद मासूम का पूरा जल चुका शव जिला अस्पताल की मोर्चरी भिजवाया। यहां मृतका के पिता दौला पुत्र कानजी सारेल ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि गुरुवार को वह आम्बापुरा क्षेत्र के भूरीघाटी में अपने रिश्तेदार के घर नोतरे के कार्यक्रम में शामिल होने गया। दूसरे दिन वहीं से बांसवाड़ा मजदूरी करने के लिए चला गया। दोपहर में बड़े भाई संतोष ने फोन कर बताया कि बहू भुला नदी पर गई तो पीछे घर में आग लग गई है। घर से बच्चे निकल गए, जिससे सुरक्षित है, लेकिन भीतर सोई बच्ची जल गई है। इस पर वह घर लौटा। मौके पर गांव के लोग आग बुझाने के प्रयास में थे, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। बाद में जैसे-तैसे राख हुए कपड़ों-सामान के बीच से बच्ची का जला शव निकाला। आग में करीब 50 हजार रुपए नकदी, सोने-चांदी के जेवर, कपड़े, बर्तन-बिस्तर सहित घर का सारा सामान जल गया। इससे करीब नौ लाख का नुकसान बताया गया। घटना के कारणों से अनभिज्ञता जताकर दौला ने कानूनी कार्रवाई का आग्रह किया। इस पर मर्ग दर्ज कर पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव सौंपा।