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बाराबंकी

#OnceUponATime लोधेश्वर महादेवा जहां पांडव की मां कुंती भी करती थीं पूजा, सावन में सैकड़ों मील पैदल चलकर आते हैं कांवरिए

बाराबंकी जिले की तहसील रामनगर के महादेवा में स्थित लोधेश्वर महादेव मन्दिर का पौराणिक महत्त्व है...

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बाराबंकी . बाराबंकी जिले की तहसील रामनगर के महादेवा में स्थित लोधेश्वर महादेव मन्दिर का पौराणिक महत्त्व है। मान्यताओं के अनुसार महाभारत काल में अज्ञातवास के समय पांडवों ने कुछ समय घाघरा के तटीय इलाके में बिताया था। यही वह स्थान है। मान्यता है कि पांडव की मां कुंती यहां पूजा करती थीं। यहां माता कुंती ने रुद्र महायज्ञ किया और शिवलिंग की स्थापना का विचार बना। तब महाबली भीम बद्रीनाथ केदारनाथ के पर्वतीय अंचल से शिवलिंग लाए और महाराज युधिष्ठिर ने उसकी स्थापना की। कालान्तर में यह स्थान घाघरा की बाढ़ से आई रेत में दब गया जो बाद में शिवभक्त लोधेराम अवस्थी को प्राप्त हुआ। फिर उनके नाम के साथ जुड़ कर यह स्थान लोधेश्वर महादेव के नाम से विख्यात हो गया।