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बरेली में मौलाना तौकीर रजा गिरफ्तार, 7 एफआईआर, 8 गिरफ्तार, 39 हिरासत में

यूपी के बरेली में हुई हिंसा मामले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

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यूपी के बरेली में हुई हिंसा मामले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। अब तक मौलाना तौकीर रजा समेत 8 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। बताया जा रहा है कि मौलाना तौकीर रजा ने ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के समर्थन में प्रदर्शन का ऐलान किया था। लेकिन प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने के कारण आखिरी समय में प्रदर्शन को रद्द कर दिया गया। जैसे ही लोगों को यह खबर मिली, वे नाराज़ हो गए और बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए। कुछ लोग मस्जिद के पास और कुछ रजा के घर के बाहर जमा हो गए। वहां से भीड़ ने अपनी नाराज़गी जाहिर की।

दरअसल अल हजरत दरगाह के पास कुछ लोग ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लेकर जमा हुए थे। शुरुआत में यह एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन लग रहा था, लेकिन थोड़ी ही देर में माहौल तनावपूर्ण हो गया और देखते ही देखते हिंसा भड़क उठी। जुमे की नमाज के बाद हालात इतने बिगड़ गए कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। जवाब में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस ने सख्त कार्रवाई की। पुलिस ने इस हिंसा को लेकर अबतक कुल 10 एफआईआर दर्ज की हैं — 5 कोतवाली में, बरादरी में 2, प्रेमनगर में 1 और कैट थाने में भी 1 एफआईआर दर्ज हुई है।

बरेली एसएसपी के मुताबिक, इस मामले में अब तक 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और 39 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बताया कि मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ 7 अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। इस हिंसा में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। प्रशासन का कहना है कि हिंसा एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी, जिसका मकसद पश्चिमी यूपी में निवेश और उद्योग पर असर डालना था। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि पुलिस ने मौके पर कड़ी कार्रवाई की और स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। साथ ही लोगों से अपील की गई है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, नमाज से पहले धार्मिक नेताओं से बातचीत की गई थी और ज्यादातर इलाकों में सब कुछ शांतिपूर्वक रहा। लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की — पत्थर फेंके गए, दुकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया। डीआईजी अजय कुमार साहनी ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान वीडियो और तस्वीरों के ज़रिए की जाएगी, और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। इस पूरी घटना ने शहर के अमन-चैन को हिला दिया है। फिलहाल बरेली में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और हालात पर नजर रखी जा रही है।

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