बरेली। लगातार दो दिन से हो रही बारिश से जहाँ लोगों को गर्मी से राहत मिली है लेकिन भारी बारिश के कारण जगह जगह हुए जलभराव से लोगों की परेशानियां बढ़ गई है। लगातार रुक रुक कर हो रही बारिश ने नगर निगम की पोल खोल दी है। जलभराव का आलम यह है कि बारिश में नगर आयुक्त के घर के बाहर भी जलभराव हो जाता है जबकि उनका सरकारी आवास बरेली के वीआईपी इलाके में है। जब बरेली के पॉश इलाकों का यह हाल है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि जल भराव के लिए पहचाने जाने वाले इलाकों का क्या हाल होगा। जलभराव के कारण लोग घरों में कैद होने को मजबूर है।लोगों का कहना है कि नगर निगम पहले से अगर इस और ध्यान देता तो जलभराव की समस्या शहर में उत्पन्न नहीं होती।
नाले अतिक्रमण की जद में
शहर के लोगों को जलभराव की समस्या से बचाने के लिए नालों से अतिक्रमण भी हटाया गया लेकिन ये अभियान भी सिर्फ खानापूर्ति बनकर रह गया क्योकि अभी भी तमाम जगहों पर नाले पर अतिक्रमण है। जिन नालों को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया वहां सफाई नहीं हुई जिसके कारण जल भराव की समस्या से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। शहर की 10 लाख की आबादी पर 80 वार्ड है जिनमे से 64 वार्डों में जल भराव की समस्या बरकरार है।
इन इलाकों में जलभराव
बारिश में जिन इलाकों में जलभराव होता है उनमें से सुभाषनगर,चक महमूद, जगतपुर, रबड़ी टोला, रोहिली टोला, वीर भट्टी, मढ़ीनाथ, किला, बानखाना, गुलाबनगर, सूफी टोला, खुर्रम गोटिया, सिकलापुर प्रमुख इलाके है और यहां की आबादी को हर साल बारिश में जलभराव की समस्या से जूझना पड़ता है।