बस्सी@पत्रिका. शहरी नरेगा योजना की शुरुआत के पहले दिन शहर के रेलवे ओवर ब्रिज के डिवाइडर पर शहर के सौंदरीकरण के लिए बड़े गमलों में लगाए गए दर्जनों पौधों को शरारती तत्वों ने रविवार रात को गमलों को तोड़ कर पौधों को नष्ट कर दिया है। इससे पूरे शहर में आक्रोश है। इस मामले में नगरपालिका के कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी समय सिंह ने सोमवार को बस्सी थाने में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज कराया है।
बस्सी थाने के ड्यूटी अधिकारी सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि 9 सितंबर 2022 को शहरी नरेगा योजना की शुरुआत के पहले दिन बस्सी विधायक लक्ष्मण मीणा ने आरओबी के डिवाइडर पर शहर के सौंदरीयकरण के लिए गमलों में दर्जनों पौधे लगाकर कार्य का शिलान्यास किया था। नगर पालिका शहर में नगरपलिका एवं आरओबी से लेकर बस् स्टैण्ड तक पौधे लगा कर लगाकर सौंदर्यीकरण का कार्य जारी है। रविवार रात्रि को शरारती तत्वों ने गमलों को तोड़कर उसमें लगाए पौधों को नष्ट कर दिया गया।
पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी कैमरे
बस्सी थाना पुलिस ने बताया कि आरोबी पर लगाए गए गमलों को तोड़ कर पौधों को नष्ट करने के मामले में पुलिस बस्सी चक से कस्बे तक लगे व्यापारिक प्रतिष्ठानों व मकानों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। ताकि अपराधियों को पकड़ा जा सके। हालांकि यह घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद होना मुश्किल है क्योंकि ये गमले आरोपी के ऊपर बीच में लगे हुए हैं और दोनों ओर सुरक्षा दीवार है। पुलिया की जितनी ऊंचा कोई भवन नहीं है, जिसमें यदि सीसीटीवी लगे भी हो तो भी सीसीटीवी की रैंज इतनी ऊंचाई तक पहुंचना मुश्किल हैं। ऐसे में पुलिस को सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखने के अलावा भी जांच में दूसरे एंगल काम लेने होंगे। यदि पुलिस मामले की गम्भीरता से जांच करें तो आरापियों तक पहुंचा जा सकता है।
कई संगठनों ने जताया रोष
आरोबी पर सौंदर्यीकरण के लिए लगाए गए गमलों को तोड़ पेड़ नष्ट करने के मामले में कई सामाजिक, राजनीतिक संगठनों व एनजीओ ने रोष व्यक्त किया है साथ ही पुलिस से अपराधियों को शीघ्र पकड़ने की गुहार लगाइए लगाई है। लोगों का कहना है कि आरओबी पर लगे पौधे शहर के सौंदरीयकरण को बढ़ावा दे रहे थे, इनको तोड़ने से शहर के सौंदरीयकरण को एक प्रकार से झटका ही लगा है।
सामाजितक संगठन एवं राजनीतिक संगठनों के लोगों की मांग है कि सार्वजनिक सम्पत्ती को नुकसान पहुचांने वाले शरारती तत्वों को सजा मिलनी चाहिए, ताकि वे शहर में इस प्रकार किसी भी सार्वजनिक सम्पत्ती को नुकसान पहुंचाने की हिमाकत नहीं कर पाएं।