भारतीय रेलवे ने 1 जुलाई से बड़े बदलाव करते हुए RailOne नाम का एक नया मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। ये एक ऐसा सुपर ऐप है, जिससे अब यात्रियों को रेलवे की सभी ज़रूरी सेवाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हो जाएंगी। पहले टिकट बुकिंग, ट्रेन की जानकारी, खाना ऑर्डर करना या शिकायतें दर्ज करना इन सबके लिए अलग-अलग ऐप्स का इस्तेमाल करना पड़ता था। अब ये सब कुछ RailOne ऐप में एक साथ मिलेगा।
इस ऐप की कुछ खास बातों की बात करें तो इसमें एक ही प्लेटफॉर्म पर सबकुछ मिलेगा – टिकट बुकिंग, ट्रेन ट्रैकिंग, PNR स्टेटस, कोच की लोकेशन, खाना ऑर्डर करना और शिकायत दर्ज करना।
अगर आप पहले से IRCTC या UTS ऐप इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उसी पुराने लॉगिन अकाउंट से RailOne में एंट्री हो जाएगी। इसमें रेलवे का ई-वॉलेट भी इंटीग्रेट किया गया है जिससे लोग mPIN या बायोमेट्रिक से लॉगिन कर सकते हैं। इस ऐप का स्टोरेज काफी कम है जिससे मोबाइल में जगह बचेगी, क्योंकि बाकी सारे रेलवे ऐप्स की ज़रूरत नहीं रहेगी। जिनके पास अकाउंट नहीं है, उनको गेस्ट यूज़र्स OTP लॉगिन की सुविधा दी गई है ताकि वो भी ट्रेन की जानकारी OTP से देख सकते हैं। आने वाले अपडेट में दिव्यांगजन, छात्रों और मरीजों के लिए खास फीचर जोड़े जाएंगे।
इसके साथ ही रेलवे ने तीन बड़े बदलावों की भी घोषणा की:
Train Charting में बदलाव होने के बाद अब ट्रेन के चार्ट 4 घंटे की बजाय 8 घंटे पहले तैयार होंगे। जिन लोगों की ट्रेन सुबह 2 बजे से पहले की होगी तो उनको चार्ट रात के 9 बजे ही मिल जाएगा जिससे वही लोग स्टेशन पर जाएंगे जिनका टिकट कन्फर्म हुआ है इससे स्टेशन पर भीड़ कम होगी।
अब Tatkal टिकट वही लोग बुक कर पाएंगे जिनका Aadhaar या DigiLocker से वेरिफिकेशन हुआ होगा। जुलाई के अंत तक OTP वेरिफिकेशन यह नियम भी पूरी तरह लागू हो जाएगा।
रेलवे का बेकएंड सिस्टम अब एक मिनट में 1.5 लाख टिकट और 40 लाख enquiries संभाल सकेगा। इसके साथ इसमें बहुभाषी इंटरफेस और खास यूज़र्स (जैसे दिव्यांगजन) के लिए सपोर्ट भी जोड़ा जाएगा।
रेल मंत्रालय के अधिकारियों का मानना है कि ये बदलाव यात्रियों के अनुभव को पूरी तरह बदल देंगे। अब उन्हें हर चीज़ के लिए अलग-अलग ऐप्स झेलने की ज़रूरत नहीं होगी। IRCTC का Rail Connect ऐप अकेले 100 मिलियन से ज़्यादा बार डाउनलोड हो चुका है, लेकिन उसके अलावा भी कई ऐप्स जैसे UTS, Food on Track, Rail Madad और NTES का इस्तेमाल करना पड़ता था। RailOne ऐप का मकसद भारत की विशाल रेल नेटवर्क को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाना है। अगर इसे सही तरीके से लागू किया गया, तो ये दुनिया के सबसे बड़े पब्लिक ट्रांसपोर्ट ऐप्स में शामिल हो सकता है। रेलवे का ये कदम न सिर्फ यात्रियों की ज़िंदगी आसान बनाएगा, बल्कि भारत की डिजिटल प्रगति का एक और बड़ा संकेत है।