भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग वर्तमान में छोटे-छोटे ठेलों को जब्त करने में जुटा है। वहीं मुख्य सड़क पर धीरे-धीरे बढ़ाए जा रहे कब्जे को लेकर खामोशी है। इससे टाउनशिप के मार्केट में दुकानों को लीज पर लेकर व्यापार करने वाले दुकानदारों को नुकसान हो रहा है। वहीं बीएसपी की जमीन पर अवैध कब्जा कर व्यापार करने वाले लाल हो रहे हैं।
सेक्टर-6 सांई मंदिर के सामने चंद लोगों ने चक्के वाला ठेला लगाकर फूलों का व्यापार शुरू किया था। अब इंटक दफ्तर के गेट से लेकर सेक्टर-6 ई मार्केट जाने वाले रास्ते तक दुकानें सज गई है। एक दशक में दुकानों की संख्या पांच गुना बढ़ गई है। विभाग कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। नगर सेवाएं विभाग के अधिकारी आते और उनको नोटिस थमा कर चले जाते। एक के बाद दूसरी नोटिस दिया गया, इसके बाद संबंध बन गए।
इंटक दफ्तर के सामने पहले 4 गुना 6 फीट का ठेला लगाकर दुकान शुरू किया गया। इसके बाद धीरे-धीरे इंटक कार्यालय की तरफ से लगाए गए घेरे को तोड़कर पीछे के हिस्से में दुकान को बढ़ाया गया। अब इन दुकानों का साइज 7 गुना 20 फीट हो चुका है। इस तरह से एक नहीं सारी दुकानों ने कब्जा को बढ़ाने का काम किया।
इसके बाद पानी टंकी के लिए बनाए गए घेरे को भी तोड़ दिया गया। इस तरह से दुकान को पीछे बढ़ा दिया गया। अब वहां भी दुकान का साइज तीन गुना हो चुका है। दुकानों की संख्या भी बढ़ गई।
सेक्टर-7 का पानी टंकी जर्जर हो चुका था। इस वजह से वहां रहने वाले केयर टेकर को परिवार सहित हटा दिया गया। इसके बाजू में नई पानी टंकी तैयार की जा रही है। वैसे ही सेक्टर-6 में बीएसपी के पानी टंकी का हाल है। इसके दायरे में भी भीतर तक दुकानों को बढ़ा दिए हैं। यह पानी टंकी अगर सेक्टर-4 की पानी टंकी जिस तरह से ढह गई थी, वैसे ढह जाती है। तब कई बेकसूर लोगों की जान चली जाएगी। यहां फूलों के साथ-साथ चाय दुकान भी शुरू कर दी गई है। इसमें चाय पीने बुजुर्ग आकर बैठे रहते हैं।
टाउनशिप के सेक्टर-6 में फूलों का बड़ा बाजार है। यहां कोलकाता समेत तमाम दूसरे प्रदेश से भी फूल लाकर बेचे जाते हैं। भिलाई दुर्ग के लोग यहां से ही फूल और बुके, हार लेने के लिए आते हैं। इस मार्केट को अब और बेहतर करने की जरूरत है। दुकानों के पीछे एकत्र हो रहे कचरे को देखकर यह साफ होता है कि टाउनशिप में फूलों के व्यापारी क्या फैला रहे हैं।
बीएसपी प्रबंधन अगर सांई मंदिर के सामने 10 गुना 10 फीट की शीट वाली पक्की दुकान तैयार करके लीज पर दे दे, तब खजाने में राजस्व आना शुरू हो जाएगा। पक्की दुकान रहने से व्यापारी इसे बढ़ा नहीं पाएंगे। प्राथमिकता फूलों वालों को ही दे दिया जाए। मुफ्त में बीएसपी के जमीन पर चल रहा व्यापार खत्म होगा। दूसरा तरीका है कि फिर से ठेले में लगाने की अनुमति दी जाए। शेष कब्जे को खाली करवाया जाए।