जिले के मांडलगढ़ ब्लॉक के श्यामपुरा में चिकित्सा विभाग में एलएचवी ( लेडी हैल्थ विजिटर ) के पद से सेवानिवृत्त हुई भीलवाड़ा निवासी शांता देवी जीनगर हेलीकॉप्टर में सवार होकर घर पहुंची। उसकी इच्छा थी कि सेवानिवृति पर वह हेलीकॉप्टर से ही विदाई की जाए।
परिजन 5.50 लाख रुपए खर्च कर हेलीकॉप्टर से घर लेकर आए। उनकी इस इच्छा को पूरा करने के लिए भतीजे शुभम जीनगर की विशेष भूमिका रही। शांता देवी जब आसमान में हेलीकॉप्टर को उड़ता देखती तो उनकी भी इच्छा हेलीकॉप्टर में बैठने की होती थी। लेकिन कभी अवसर नहीं मिल पाया। सेवानिवृत्ति का समय नजदीक आने लगा तो दो साल पहले शांता देवी ने अपनी कर्मभूमि से वापस घर हेलीकॉप्टर से ही जाने की ठान ली। अपनी इच्छा से भतीजे शुभम को अवगत कराया। शुभम ने अपनी बुआ की इच्छा पूरी करने के लिए हेलीकॉप्टर कंपनी से संपर्क कर व्यवस्था की और 31 मार्च को सेवानिवृत्त शांता देवी को श्यामपुरा से भीलवाड़ा लेकर आए। उनके साथ हेलीकॉप्टर में बेटी आशा जीनगर, बहु संतोष जीनगर पौत्र निखिल एवं शुभम भी साथ रहे।
कभी पैदल जाना पड़ता था श्यामपुरा-
श्यामपुरा में एलएचवी के पद पर शांतादेवी ने 6 साल कार्य किया। भीलवाड़ा से करीब सौ किलोमीटर दूर श्यामपुरा जाने के लिए शांतादेवी को दो बार बस बदलनी पड़ती। इसके बाद भी कार्य स्थल श्यामपुरा पहुंचने के लिए करीब 15 किलोमीटर लिफ्ट लेकर जाना पड़ता। कई बार लिफ्ट नहीं मिलती तो पैदल ही चलना पड़ता। सेवा में रहने के दौरान शांतादेवी को आने-जाने में दो से ढाई घंटे लगते थे। लेकिन सेवानिवृत्ति पर शुक्रवार को हेलीकॉप्टर से जब घर आई तो मात्र 25 मिनट लगे।