भीलवाड़ा. योग गुरु बाबा रामदेव ने शुक्रवार को यहां कहा कि संतों को राजनीति में आना चाहिए। योगी आदित्यनाथ भी संन्यासी हैं, जो उत्तरप्रदेश का शासन अच्छे से चला रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संन्यासी सरीखे हैं। मोदी फकीरी भाव से देशसेवा कर रहे हैं। मोदी अच्छे शासक हैं। स्वामी रामदेव शुक्रवार शाम यहां मंगरोप रोड के होटल में मीडिया से बात कर रहे थे। वे तीन दिवसीय शिविर के सिलसिले में यहां आए हैं।
बाबा रामदेव ने कहा कि पाखंड कई तरह के होते हैं-जैसे राजनीतिक व धार्मिक। मीडिया व संत भी पाखंड से दूर नहीं हैं। हालांकि इन दोनों के बारे कुछ नहीं बोलूंगा। लोगों को पुरुषार्थवादी बनाना चाहता हूं। वैचारिक व धार्मिक पांखड़ चल रहा है। जातीय के बजाय राष्ट्रीयता का गौरव होना चाहिए। इससे पहले स्वामी रामदेव का शुक्रवार को हमीरगढ़ हवाई पट्टी पर प्रबुद्धजनों ने स्वागत किया।
किस पर क्या बोले
ईश्वर
रामदेव ने कहा कि शब्द व भाषा भेद से ईश्वर का भेद नहीं हो सका। ईश्वर को अलग-अलग नाम से पुकारते हैं, लेकिन सब धरती माता की संतान हैं। कुल वंश से अलग हो सकते हैं। संतों को सबको जोड़ने का काम करना चाहिए, न की तोड़ने का।
योग
जो कार्य डब्ल्यूएचओ व मेडिकल नहीं कर पाए, वह योग से हो गया। बीपी, शुगर, थायराइड, अर्थराइटिस इससे दूर हो रहे हैं। योग दिल, किडनी व फेफड़ों की बीमारी भी दूर करता है। बच्चों में योग की आदत डालनी चाहिए। योग किसी भी धर्म, जाति या वर्ग विशेष का नहीं है। योग सबके लिए है।
मोदी ने दिलाया गौरव
योग को दुनिया भर में अहम स्थान मिला है। इसकी मांग भी है। पीएम मोदी ने योग को सार्वजनिक गौरव दिया। भारत के घर-घर तक योग पहुंच चुका है। कोरोना में योग करने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है। 177 देशों ने योग को स्वीकारा। देश में दो क्रांति लानी है-शिक्षा और चिकित्सा। उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय योग शिविर का सबको लाभ लेना चाहिए। आदमी राजनीतिक करता है तो सत्ता मिल जाती है। पैसा कमाता है तो सुख सुविधा मिल सकती है, लेकिन योग से सब प्राप्त कर सकता है।
सीएम गहलोत से भी प्रेम है
स्वामी रामदेव ने कहा कि मेरा प्रेम राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से भी हैं, वे अच्छा काम करते हैं। मेरी किसी से लड़ाई नहीं है। राजनीतिक बात अलग है। भारत में अब सनातन धर्म की शिक्षा दी जाएगी। भारतीय शिक्षा बोर्ड ने इसका सिलेबस तैयार किया है। इसमें गीता, रामायण समेत सभी धर्मों का समावेश होगा। बच्चों को सनातन धर्म की शिक्षा मिलने से उनका चरित्र और नेतृत्व मजबूत होगा। देश के चिकित्सा क्षेत्र को आयुर्वेद और योग से जोडने की योजना है। इसे जल्द धरातल पर उतारेंगे।
पहलवानों का समर्थन
कालाधन के सवाल पर बाबा ने कहा कि मैं आज भी अपनी बात पर अडिग हूं। राजनीतिक टिप्पणियों से 99 प्रतिशत दूर हो गया हूं। बचने का प्रयास करता हूं। पहलवानों के दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरने का समर्थन किया।
पहले दिन बदली जगह
कार्यक्रम अध्यक्ष गोविंद सोडाणी ने बताया कि बाबा रामदेव का आदित्य विहार तेरापंथ नगर में 27 से 29 मई तक प्रतिदिन सुबह 5 से 7:30 बजे तक योग सिखाने का कार्यक्रम है। भीलवाड़ा में दो दिन से बारिश होने से तेरापंथ नगर में पानी भर गया। लिहाजा शनिवार सुबह 5 से 7:30 बजे तक शिविर मुख्य डाक घर के सामने शांति भवन में होगा। भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, पतंजलि योग समिति एवं भारत विकास परिषद, हार्टफुलनेस, जीतो के तत्वावधान में रामदेव योगाभ्यास कराएंगे। मीडिया प्रभारी कैलाश सोनी ने बताया कि शांति भवन के ग्राउंड फ्लोर पर एलईडी लगाई है। इसमें भी शिविर का प्रसारण होगा।