Chief Minister Chiranjeevi Jeevan Raksha Yojana: भीलवाड़ा . जिले में पिछले छह माह के दौरान मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना के तहत इनाम का कोई भी हकदार सामने नहीं आया। इस योजना के तहत सड़क पर हादसे में गंभीर घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने पर पांच हजार रुपए इनाम और प्रशंसा पत्र मिलता है, लेकिन जिले में एक भी व्यक्ति इसके तहत पात्र नहीं पाया गया।
राज्य सरकार ने लोगों को पांच हजार रुपए व प्रमाण पत्र देने की योजना शुरू की थी, ताकि प्रदेश में आए दिन होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों को तुरन्त उपचार मिल सके तथा उनकी जान बनाई जा सकें। यह योजना पिछले साल दस सितम्बर को पूरे प्रदेश में लागू की गई थी, लेकिन अब तक एक भी व्यक्ति इस योजना का लाभ लेने के लिए सामने नहीं आया।
पुलिस और एम्बुलेंस का इंतजार
चिकित्सा विभाग के अनुसार सड़कों पर घायलों की मदद के लिए आगे आने से लोग कतराते है। सभी पुलिस और सरकारी एम्बुलेंस का इंतजार करते रहते हैं। इस कारण घायलों को समय पर इलाज नहीं मिलने से कई बार जान भी चली जाती है। ये हालात को देखते हुए सरकार ने यह योजना शुरू की है। इस योजना में घायलों को जल्द से जल्द अपने संसाधन से अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्तियों को सरकार 5 हजार रुपए और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करती है। इस योजना के तहत घायल व्यक्ति की मदद करने वाले व्यक्ति से पुलिस किसी तरह की कोई पूछताछ नहीं करती है। साथ ही मदद करने वाले व्यक्ति से अस्पताल में घायल व्यक्ति के इलाज के लिए भी किसी तरह का शुल्क नहीं मांगा जाता।
गंभीर स्थिति में लाने वाले व्यक्ति के लिए राशि
इस योजना के तहत इनाम की राशि उसी स्थिति में मिलेगी जब दुर्घटना में घायल व्यक्ति की स्थिति गंभीर हों। सामान्य घायल होने वाले व्यक्ति की मदद करने वाले को केवल प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
इनको नहीं मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षक योजना में ऐसे लोगों को लाभ नहीं मिलेगा, जो घायल के रिश्तेदार है। इसके अलावा 108 व एंबुलेंस कर्मियों के कर्मचारी, निजी एम्बुलेंस, पुलिसकर्मी तथा घायलों के परिजन इस योजना के हकदार नहीं होंगे।
यह देनी होगी जानकारी
घायल व्यक्ति की मदद करने वाले व्यक्ति अगर इस योजना के तहत इनाम राशि लेने का इच्छुक है तो उसे अपनी पूरी जानकारी अस्पताल में तैनात मेडिकल ऑफिसर को देनी होगी। वहां उस व्यक्ति को अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर और बैंक खाता संख्या देना होगा। डॉक्टर की रिपोर्ट पर ही तय होगा कि व्यक्ति गंभीर रूप से घायल था या नहीं और उसे तुरंत इलाज की जरूरत थी या नहीं। डॉक्टर ही रिपोर्ट तैयार करके डायरेक्टर (पब्लिक हेल्थ) को भिजवाएगा, इसी आधार पर पुरस्कार मिलेगा।
राशि का होगा विभाजन
डिप्टी सीएमएचओ डॉ. घनश्याम चावला ने बताया कि घायल व्यक्ति गंभीर श्रेणी का है तो उसकी मदद करने वाले व्यक्ति को 5 हजार व प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। एक से अधिक व्यक्ति होने की स्थिति में सभी को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार राशि समान रूप से विभाजित कर दी जाएगी। ऐसे व्यक्ति को पुरस्कार राशि में प्रशस्ति पत्र दिए जाने की अनुशंसा अस्पताल प्रशासन से 3 दिन के अंदर की जाएगी। 2 कार्य दिवस के भीतर ही व्यक्ति के खाते में पुरस्कार राशि सीधे ही स्थानांतरित की जाएगी। प्रशस्ति पत्र व्यक्ति के पते पर स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजा जाएगा।
सभी को सूचना दी है
जिले के सभी सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों के प्रबन्धकों व चिकित्सा अधिकारियों को इस योजना में लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए एक रजिस्ट्रर खोलने तथा घायलों को लाने वालों के नाम व पते लिखने के निर्देश दिए है। कोरोना के चलते अभी इस योजना का लाभ किसी को नहीं मिल सका है। फिर से सभी को सूचना भेज रहे है।
डॉ. मुस्ताक खान, सीएमएचओ भीलवाड़ा