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भीलवाड़ा

सांगानेरी गेट के दो सर्किल यानी भूलभुलैया

सुगम हो शहर की सड़कें, एक मार्ग के निकाल दिए तीन रास्ते स्पीड को कंट्रोल करने के लिए जरूरी है ब्रेकर

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भीलवाड़ा . सांगानेरी गेट के झलकारी बाई सर्किल पर दो सर्किल होने से यह चौराहा ट्रैफिक को उलझा देता है। यहां चारों तरफ लोगों ने अस्थाई अतिक्रमण कर सर्किल को छोटा कर दिया है। हाई मास्ट के चारों तरफ सर्किल का निर्माण किया गया, जिसकी जरूरत नहीं है। नगर विकास न्यास ने यहां पर एक नहीं, दो सर्किल बना रखे हैं। एक सर्किल के कारण रोड को तीन हिस्सों में बांट रखा है। इससे वाहन चालक भी भुलभुलैया में पड़ जाते है।
नेहरू रोड से सिद्धी विनायक रोड

नेहरू रोड से सिद्धी निवायक की ओर जाने वाले वाहन चालक सीधा तेज गति से अपने वाहन को निकलता है। जबकि इस मार्ग पर तीन रोड और जुड़ रहे हैं। इससे वाहन चालकों को हर समय दुर्घटना का भय रहता है। हालांकि क्षेत्रवासी मानते हैं कि भोले की कृपा से यहां कभी गंभीर दुर्घटना नहीं हुई है। कोने पर ही एक शिव मंदिर है। उसके पास ही थोड़ा आगे दूदाधारी गोपालद्वारा मंदिर का निर्माण चल रहा है।
सांगानेर से नेहरू रोड

सांगानेर पेट्रोल पम्प की ओर से आने वाले वाहन चालकों को अगर नेहरू रोड़ जाना है तो उसे संभलकर चलना होगा। नेहरू रोड से भी वाहन आते हैं। ऐसे में आपस में टकराने की खतरा रहता है। कई वाहन चालक नेहरू रोड़ से सीधे सिद्धी विनायक की ओर जाते है तो वह तेज गति से निकलते हैं।
सांगानेर से बड़ा मंदिर रोड

सांगानेर से आने वाले वाहन चालक को अगर बड़े मंदिर या धानमंडी की ओर जाना है तो सीधा निकलता है। ऐसे में यहां अस्थाई अतिक्रमण के कारण परेशानी उठानी पड़ती है। वही रोड के बीच में चेम्बर बने हैं जो अधिकांश समय टूटे रहते है।
छोटे सर्किल का किया था विरोध

क्षेत्र के नाथूलाल डीडवानिया का कहना है कि जब चौराहे पर हाई मास्ट लाइट लगाई थी, तब सर्किल नहीं था। नगर विकास न्यास के अधिकारियों ने यहां छोटा सर्किल बना दिया। इसका क्षेत्र के लोगों ने विरोध किया था कि इससे दुर्घटनाएं बढ़ेगी लेकिन किसी की नहीं सुनी। इस सर्किल के एक तरफ फूल वालों ने कब्जा कर लिया है। दूसरा सर्किल बनाने के साथ ही एक रोड़ पर डिवाइडर का भी निर्माण कर दिया जबकि डिवाइडर सर्किल के आगे बनाना चाहिए था। ऐसे में सांगानेर की ओर से आने वाले वाहन चालकों को नेहरू रोड़ या धानमंडी जाने के लिए अलग- अलग रास्ते तो मिल गए लेकिन दूसरी ओर से आने वालों से घटनाए बढ़ गई है।
यह है प्रमुख समस्या

– क्षेत्र में चारों तरफ अतिक्रमण है।
– दोनो सर्किल के सहारे परठेले वालों ने कबजा कर रखा है।

– यातायात संकेत यानी दिशा ***** बोर्ड नहीं है।
– यातायात पुलिसकर्मी यहां भी खड़े नहीं रहते है। जबकि इस मार्ग से कोटा, कोटड़ी मार्ग पर जाने वाले रोडवेज की बसे निकलती है।

– यह चौराहा सांगानेर, सांगानेरी गेट, कोटा रोड, तिलकनगर, दरगाह को जोड़ने वाला है। लेकिन अस्थाई अतिक्रमण है।
– सांगानेर गेट से ही शहर के प्रमुख जुलुस व शोभायात्रा निकाली जाती है। चुनाव के समय तो रैलियों की शुरूआत यही से होती है।