बीकानेर. नौतपा के दूसरे दिन प्रंचड गर्मी ने शहरवासियों को झुलसा दिया। आसमान से बरसती आग और तपती धरती से जनजीवन प्रभावित हो गया। शहर में दूसरे दिन भी तापमान ४५ डिग्री के पार रहा। मौसम विभाग के अनुसार तापमान ४५.६ डिग्री रहा, जबकि खुली जगहों पर तापमान ४९ से ५० डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया। शहर में सुबह १० बजे से ही सूर्यदेव उग्र दिखाई दिए।
चिलचिलाती धूप से लोगों का बाहर निकलना भी दूभर हो गया। साथ ही लू के थपेड़े भी लगते रहे। इससे शहर की सड़कों पर कफ्र्यू से हालात हो गए। दिन ढलने के बाद ही लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली। तेज गर्मी ने कूलर-पंखों को भी बेअसर साबित कर दिया। आमजन के साथ पशु-पक्षी भी तेज गर्मी से त्रस्त रहे। नौतपा के दौरान तापमान में लगातार वृद्धि की संभावना जताई जा रही है।
जानवरों पर असर
पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. अनिल छंगाणी ने बताया कि तेज गर्मी का खेती पर काफी असर पड़ रहा है। अमरूद व किन्नू आदि यहां के वातावरण के अनुसार नहीं हैं, वो खत्म हो जाएंगे। जलीय पक्षियों की नेस्टिंग नहीं हो पा रही है। अमेरिकन गाय आदि पर गर्मी का काफी असर पड़ेगा।
तरणताल में लुत्फ
गर्मी से बचने के लिए लोग कई तरीके अपना रहे हैं। कोई तरणताल में जाकर तैराकी का आनंद ले रहा है, तो कहीं गन्ने का जूस, छाछ, आइसक्रीम व ठंडे पेय पदार्थों की दुकानों पर लोग सुस्ताते नजर आए। शाम को तरणताल में तैराकी करने वाले बच्चों व युवाओं की काफी भीड़ रही। शाम होते ही पार्कों में भी काफी भीड़ दिखी।