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न्योता भोजन में सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के दिए निर्देश

मध्याह्न भोजन में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें- कलेक्टरस्कूली बच्चों को ‘न्योता भोजन’ कराने वालों को किया जाएगा सम्मानितसंचालक सह मॉनिटरिंग समिति की बैठक आयोजित

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गौरेला-पेंड्रा-मरवाही. कलेक्ट्रेट के अरपा सभाकक्ष में पीएम पोषण योजना के सतत मॉनिटरिंग हेतु संचालक सह मॉनिटरिंग समिति की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया ने स्कूलों में प्रदान की जाने वाली मध्याह्न भोजन की जानकारी ली और स्कूली बच्चों को मेनू आधार पर स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भोजन में गुणवत्ता को लेकर किसी भी प्रकार से समझौता नहीं किया जायेगा।

कलेक्टर ने कहा कि शासन द्वारा प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अंतर्गत स्कूलों में विद्यार्थियों को दिए जाने वाले गर्म भोजन को सामुदायिक भागीदारी की बदौलत और अधिक पोषक बनाने ‘न्योता भोजन’ की शुरुआत की गई है। इसका उद्देश्य समुदाय के बीच अपनेपन की भावना का विकास, भोजन के पोषक मूल्य में वृद्धि तथा सभी समुदाय वर्ग के बच्चों में समानता की भावना विकसित करना है। यह पूरी तरह से स्वैच्छिक है और समुदाय के लोग अथवा कोई भी सामाजिक संगठन, स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते हैं अथवा अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान कर सकेंगे।
कलेक्टर ने शाला प्रबंधन समिति की बैठक में न्योता भोजन’ के लिए दान-दाताओं की पहचान कर उन्हें ‘न्योता भोजन’ कराने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ‘न्योता भोजन’ कराने वालों को शाला की प्रार्थना सभा अथवा वार्षिक दिवस में सम्मानित करने भी कहा। इस अवसर पर, संयुक्त कलेक्टर दिलेराम डाहिरे, परियोजना निदेशक डीआरडीए केपी तेंदुलकर, सीएमएचओ डॉ. आई नागेश्वर राव, जिला शिक्षा अधिकारी जेके शास्त्री, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास डॉ ललित शुक्ला सहित समिति के सदस्यगण मौजूद रहे।