Mungeli Kusum Steel Plant Accident: छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में गुरुवार को कुसुम लोहा फैक्ट्री में दर्दनाक हादसे में एक इंजीनियर और 3 मजदूरों की मौत हुई है। इस दौरान पीड़ित परिवारों ने बवाल खड़ा करते हुए मृतकों के शव का पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने प्रशासन पर मामले की अनदेखी का आरोप लगाते हुए 50 लाख रुपए मुआवजे और सरकारी नौकरी कीमांग की है। वहीं मांग पूरी ना होने पर परिजनों ने शव ना लेने की भी चेतावनी दी है।
जानकारी के मुताबिक, आज साइलो के नीचे दबे मिले शवों की पहचान बिलासपुर के सरकंडा निवासी इंजीनियर जयंत साहू, पिता- काशीनाथ साहू, जांजगीर-चांपा जिले के तागा निवासी मजदूर अवधेश कश्यप, पिता निखादराम कश्यप और बलौदाबाजार जिले के अकोली निवासी मजदूर प्रकाश यादव, पिता परदेशी यादव, के रूप में हुई है।
देर रात जायजा लेने पहुंचे उपमुख्यमंत्री अरुण साव
उप-मुख्यमंत्री अरुण साव ने शुक्रवार की रात मुंगेली जिले के सरगांव के पास स्थित स्टील फैक्ट्री में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे के बचाव कार्य का जायजा लिया।अधिकारियों से राहत बचाव कार्य की जानकारी ली। साव की उपस्थिति में साइलो को बड़े क्रेन के माध्यम से उठाया गया। इसी में मजदूर दबे थे।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। यह बचाव अभियान 36 घंटे से अधिक समय तक चला और काफी मशक्कत के बाद हम साइलो संरचना को हटा पाए। अब आगे का बचाव कार्य आसानी से किया जा सकता है, जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, सरकार उनके साथ है और हर संभव मदद करेगी। जांच चल रही है, प्रशासन ने FIR दर्ज की है, जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।