गोशाला समिति अध्यक्ष धन्नालाल मीणा ने बताया अप्रैल 2023 में रोड पर बेसहारा गायों को देखकर नारायण व्यास, हनुमान दीक्षित, शिवकुमार ने गोशाला खोलने का जिम्मा उठाया। 125 किसानों से मिलकर 17 बीघा व तीन बीघा सिवायचक पर सभी की सहमति से 20 बीघा में गोशाला बनाने का निर्णय लिया। इसमें काश्तकारों का सहयोग मिलता रहा और 15 लाख रुपए रुपए जन सहयोग से एकत्र कर गोशाला तैयार की गई। इस गोशाला में 50 गाय रह सकती है। गायों की सेवा के लिए समिति के द्वारा तीन लोगों को नियमित तौर रखा गया है। वर्तमान में गोशाला में 100 ट्रॉली चारा, पांच ट्रॉली सूड, 20 ट्रॉली पराल गोशाला में रखी हुई है।
50 गाय रखने की व्यवस्था
गोशाला में चारा भरने के लिए दो गोदाम गायों के लिए दो स्थानों पर लोहे के टीन सेट पानी पीने के लिए तीन खेल बना दी गई है। गोशाला के बाहर मैदान में तार फेंङ्क्षसग की गई है जहां गाय खुले आसमान के नीचे हवा में विचरण कर सकती है एवं गायों की हरे चारे के लिए पांच बीघा में हरा चारा उगा दिया है गोशाला में जैविक खाद भी तैयार किया जाएगा एवं गोमूत्र अर्क तैयार करने का प्लांट भी लगाया जाएगा। मवेशियों के पानी पीने के लिए टंकी व बोङ्क्षरग की व्यवस्था की गई है।