सफाई कर्मचारियों ने मुख्य बाजार, बस स्टेण्ड, विवेकानन्द सर्किल सहित प्रमुख स्थानों से सफाई की शुरुआत की। हड़ताल के 41 दिनों में जगह जगह पर कचरे के ढेर जमा हो गए, जिसको खोदकर सफाई कर्मचारियों ने साफ कर ट्रैक्टर ट्रॉली में भरकर समेटा। सफाई नहीं होने से गंदगी के कारण नालियों का पानी सडक पर बह रहा था। नालियां व नाले कचरे से अट गए थे, जिससे कई जगहों पर पानी भरने की समस्या हो गई थी। सफाई कर्मचारी अपना आठ माह का बकाया वेतन व कर्मचारियों को समायोजन की मांग को लेकर 15 फरवरी से हडताल पर चले गए थे। नगरपालिका देई ईओ मोतीशंकर नागर ने हडताल कर रहे सफाई कर्मचारियों को मंगलवार को राजीव गांधी सेवा केन्द्र में वार्ता कर सफाई कर्मचारियों को चार दिन में जमा कचरे को साफ करने के बाद कुछ राशि देने व बकाया वेतन को शीघ्र दिलाने के लिए कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। इसके बाद सफाई कर्मचारी काम पर लौट आए।