घटना के 15 दिन बाद भी न्याय न मिलता देख पीड़ित मैकेनिकल इंजीनियर अखिलेश जायसवाल चंदौली पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा यहां पर पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। साथ ही अपना शिकायती पत्र भी एसपी को दिया। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने मामले में जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए मैकेनिकल इंजीनियर अखिलेश जायसवाल को वापस लौटा दिया।
मीडिया से बात करते हुए अखिलेश जायसवाल ने पूरा घटनाक्रम बताया और बताया कि गलत बात का विरोध करना गलत नहीं है। उसने कोई गलत काम नहीं किया था। सीओ अनिरुद्ध सिंह ने बेवजह उसको टारगेट किया और मारा।यही नहीं उसके परिवार को भी टारगेट किया और मारा। अखिलेश ने बड़ा आरोप लगाया कि उसके पिताजी पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर से सपा के पूर्व चेयरमैन रह चुके हैं और 4 मई को सिर्फ मेरे ही परिवार को टारगेट किया गया। एसपी साहब से न्याय की उम्मीद है अगर यहां से न्याय नहीं मिलेगा तो हम उच्च अधिकारियों और कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
हालांकि इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल से बयान लेने की कोशिश की गई तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ बोलने से मना कर दिया। हालांकि उन्होंने ऑफ द रिकॉर्ड यह कहा कि अपर पुलिस अधीक्षक की जांच रिपोर्ट आने के बाद जो आवश्यक होगा वह कार्रवाई की जाएगी।