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ओलिव रिडले कछुए: तमिलनाडु में 1000 से अधिक ओलिव रिडले कछुओं को समुद्र में छोड़ा गया

इन दुर्लभ प्रजाति के कछुओं के संरक्षण के लिए तमिलनाडु वन विभाग प्रयासरत है। तमिलनाडु वन विभाग ने कहा कि 30000 कछुओं के अंडों को संरक्षित किया जा रहा है।

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चेन्नई.

तमिलनाडु वन विभाग ने बुधवार को ओलिव रिडले कछुए के 1000 से अधिक बच्चों को समुद्र में छोड़ दिया। इन दुर्लभ प्रजाति के कछुओं के संरक्षण के लिए तमिलनाडु वन विभाग प्रयासरत है। तमिलनाडु वन विभाग ने कहा कि 30000 कछुओं के अंडों को संरक्षित किया जा रहा है। ओलिव रिडले कछुए विश्व में पाए जाने वाले सभी समुद्री कछुओं में सबसे छोटे और सबसे अधिक हैं। यह कछुए अपने सामूहिक घोंसले अरीबदा के लिए सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हैं। बच्चे मईलाडुटुरै जिले में सिरकाज़ी के पास समुद्र में थे। जनवरी में घोंसला बनाने का मौसम शुरू होने के बाद से समुद्र में ओलिव रिडले कछुए के बच्चों को जन्म देते है।

तमिलनाडु का वन विभाग इन कछुओं के अंडों की रक्षा और संरक्षण के लिए खासा-प्रबंधन कर रहा है। वनअधिकारियों के मुताबिक, मईलाडुटुरै समुद्र तट पर इस वर्ष कई कछुओं ने बिल बनाकर अंडे दिए। जिनसे लगभग 1000 बच्चे हुए, उन्हें सफलतापूर्वक समुद्र में छोड़ा गया है। जिन इलाकों में ये कछुए पाए गए।

भारत में आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और गोवा ऐसे राज्य हैं, जहां इस साल बड़ी संख्या ओलिव रिडले कछुए समुद्र तटों पर देखे गए हैं। उन्हें कोई खतरा न हो, इसके लिए उनके अंडे व बच्चों का भी संरक्षण किया जा रहा है। गोवा में विभिन्न स्थलों से अब तक बडे पैमाने पर ओलिव रिडले की हैचलिंग हो चुकी है, उन्हें सुरक्षित रूप से समुद्र में पहुंचाया गया है।