छतरपुर। जिले में यूपी के सीमा से सटे इलाके में केन नदी के रामपुर घाट से अवैध रूप से रेत का उत्खनन कर रही 10 एलएनटी मशीनों को जिला प्रशासन ने बुधवार को पकड़ लिया है। हालाकि इसके बावजूद रेत का कारोबार रूकने का नाम नहीं ले रहा है। चर्चा है कि रेत के इस कारोबार में सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई प्रभावशाली नेताओं का हाथ है। यहां तक कि पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के बीच रेत माफियाओं की तगड़ी सैटिंग होने के कारण ज्यादातर कार्रवाई दिखावे के किए जाने के आरोप लग रहे हंै। रामपुर में यूपी के रेत माफिया चरण सिंह की खदान में चल रही एलएनटी मशीनों के नहीं पकड़े जाने को लेकर जिला प्रशासन से लेकर खनिज विभाग तक कटघरे में आ गया है। हालांकि देर रात तक रेत खदान पर कार्रवाइ चलती रही।
बुधवार को सुबह करीब 11 बजे से खनिज अधिकारी अमित मिश्रा और खनिज निरीक्षक डॉ. अजय कुमार मिश्रा द्वारा गोयरा थाना पुलिस की मदद से तीन स्थानों पर छापामार कार्रवाई की। अवैध रूप से उत्खनन के कार्य में लगाई गईं 10 एलएनटी मशीनों को जब्त कर लिया गया है। हालांकि जिस वक्त यह कार्रवाई हुई उस समय खनिज माफिया मौके से भाग चुके थे। खनिज अधिकारी द्वारा जब्त की गई 10 एलएनटी मशीनों को गोयरा थाने पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। खनिज निरीक्षक डॉ. अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि रामपुर, कंदैला और फत्तेपुर में रेत का अवैध उत्खनन किए जाने के लिए लाई गईं 10 एलएनटी मशीनों को कब्जे में ले लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई में थाना प्रभारी गोयरा राजकुमार यादव का सहयोग मिला। सुबह करीब 11 बजे से अवैध उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई जो देर शाम तक चलती रही। डॉ. मिश्रा के मुताबिक एलएनटी मशीनों को थाने में पहुंचाने के लिए ट्रॉला की जरूरत है, इसलिए ट्राला का इंतजाम कर मशीनों को पुलिस के हवाले किया जा रहा है। उधर कार्रवाई होने की भनक लगने पर खनिज माफिया मौके से भाग गए थे। किसके द्वारा अवैध उत्खनन किया जा रहा था यह अभी सामने नहीं आया है।
25 में से केवल 10 मशीनें ही पकड़ी :
लगातार अवैध उत्खनन की खबरें सामने आने पर कलेक्टर मोहित बुंदस के आदेश पर रामपुर पहुंची खनिज विभाग की टीम ने 10 बड़ी मशीन जब्त तो कर ली, लेकिन १५ मशीनों पर हाथ भी नहीं रखा। जबकि इस क्षेत्र में 25 एलएनटी मशीनों से अवैध उत्खनन किया जा रहा था। फतेहपुर और रामपुर में अवैध उत्खनन कर रहे यूपी के रेत माफिया और सपा नेता चरण सिंह यादव की मशीनें प्रशासन ने नहीं पकड़ी हैं। आरोप है कि स्थानीय विधायकों और नेताओं के संरक्षण और पाटर्नरशिप में चरण सिंह की रेत खदानें चल रही हैं। इसलिए प्रशासन के अधिकारी उस पर हाथ डालने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
कार्रवाई पर उठ रहे सवाल, दिखावे के लिए कार्रवाई के आरोप :
मध्यप्रदेश में छतरपुर जिले की केन नदी की रेत माफियाओं के लिए खरा सोना साबित हो रही है। मध्यप्रदेश सरकार की नई खनिज नीति लागू होने के बाद भी रेत माफिया अपनी सेंटिंग जमाकर खुलेआम रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन कर रहे हैं। जिससे सरकार को करोड़ों का चूना लग रहा है। हर दिन केन नदी के विभिन्न घाटों से अवैध खनन की तस्बीरें सामने आती रहती हैं फिर भी प्रशासन अनदेखी करता रहता है। दीपावली के बाद फिर से रेत खदानों पर चल रहे खनन के वीडिया और फोटो सोशल मीडिया पर जैसे ही वायरल हुई तो जिला प्रशासन ने अचानक से खनिज अधिकारी अजय मिश्रा ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर पहले 4 एलएनटी मशीनें पकड़ ली। प्रभावशाली लोगों की मशीनें नहीं पकडऩे पर जब फि र आलोचना हुई तो 6 मशीनें दूसरी किस्त में पकड़ ली गई। इस प्रकार बुधवार को 10 एलएनटी मशीनें जब्त किए जाने की पुष्टी खनिज विभाग ने की है। प्रशासन पर आरोप यह भी लग रहे हैं कि प्रशासन केवल दिखावे के लिए मशीनें पकड़ता है और बाद में फिर यही मशीनें रेत के अवैध उत्खनन में लग जाती हैं। पिछले एक साल में जो भी मशीनें पूर्व में पकड़ी गई थीं उन्हें से लगभग सभी को छोड़ दिया गया था।