छतरपुर। रेत के अवैध कारोबार के कारण एक बार फिर गौरिहार और सरबई क्षेत्र में ट्रकों का महाजाम लग गया है। पिछले महीने चंदला क्षेत्र मवई घाट और सरबई क्षेत्र में बड़ा जाम लगा था। रेत के अवैध खनन ओर परिवहन के कारण सबसे ज्यादा मुसीबत में गौरिहार, सरबई और चंदला क्षेत्र के ग्रामीण है। गौरिहार क्षेत्र में तो पिछले एक सप्ताह से बरूआ की रेत खदान से यूपी के रेत माफिया बिना रायल्टी जमा किए ट्रकों में भरकर रेत निकलवा रहे हैं। इससे गौरिहार के बरूआ तिराहा से लेकर परेई तक कई किमी तक ट्रकों का लंबा जाम लग गया है। पुलिस इस मामले में कार्रवाई करने की जगह जाम में फंसे ट्रक निकलवाने में लगी है। रेत से भरे ओवर लोड ट्रकों के कारण यात्री वाहन भी नहीं निकल पा रहे हैं। यात्री बसें जाम मेंं फंसने से ग्रामीणों को पैदल ही कई किमी तक चलना पड़ रहा है। दूसरी तरह पूरी सड़क रेत के ओवर लोड ट्रकों के कारण क्षतिग्रस्त हो गई है। यह पूरा खेल नई खनिज नीति लागू होने के पहले नदियों और खदानों से ज्यादा से ज्यादा रेत निकालने के लिए हो रहा है। इसके लिए शासन-प्रशासन का खुला संरक्षण रेत माफियाओं को है।
ग्रामीण बोले- नारकीय हो गया जीवन :
बांदा से यात्री बस में सवार होकर पहरा के लिए निकले यात्री दुर्जना पाल, अयोध्या पटेल ने बताया कि बीच में ट्रकों के जाम के कारण बस आगे नहीं निकल पा रही है, ऐसे में उन्हें पैदल ही गांव तक जाना पड़ेगा। परेई गांव के गोविंद पाल, अर्जुना केवट ने बताया कि रेत खदानों के कारोबार के कारण उनका जीवन नरक जैसा हो गया है। पहरा के अवधेश का कहना है कि दिन-रात ट्रकों की आवाजाही से यहां की सड़कें पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हैं। हर दिन सड़कों पर ट्रक पलट रहे हैं और हादसे हो रहे हैं। जिन ग्राम पंचायतों में रेत की खदानें हैं और वहां से करोड़ों-अरबों रुपए की रेत निकल रही है, लेकिन इन ग्राम पंचायतों की बदहाल स्थिति आज भी पहले जैसी है। ग्रामीण न तो खेती कर पा रहे हैं और न ही वे कोई और काम-धंधा कर सकते हैं। जिले के सरवई क्षेत्र के गांवों के लोगों भी कामोवेश यही समस्या और पीड़ा है।
बिना रायल्टी दिए बरूआ की खेत खदान से यूपी के माफिया निकाल रहे रेत
गौरिहार थाना क्षेत्र में बरूआ में एक खेत खदान प्रदेश की सरकार बदलने के बाद पांच साल के लिए स्वीकृत हुई है। यह खेत खदान एक निजी कंपनी के नाम से है। इस खेत खदान के लिए अभी रॉयल्टी जारी नहीं हुई है, लेकिन पिछले एक सप्ताह से इसी खदान से यूपी के रेत माफिया रजा खान और कांग्रेस के जिला महामंत्री राजकुमार पटेल मिलकर बिना रॉयल्टी के ट्रकों में रेत भरवाकर यूपी की तरह निकाल रहे हैं। एमपी की सीमा में बिना अनुमति के सैकड़ों की संख्या में ट्रकों की आवाजाही इस बात को प्रमाणित कर रहा है। यूपी की सीमा में रजा खान के नाम से रेत का डंप स्वीकृत है, जिसके लिए यूपी के खनिज विभाग की रॉयल्टी मिली है। लेकिन इस डंप से रेत का भंडारण लगभग खत्म हो चुका है। ऐसे में रजा खान बरूआ की खेत खदान से दिन-रात बिना एमपी की रायल्टी के हर रोज डेढ़ सौ से लेकर दो सौ ट्रक रेत लोड करवा रहा है।
अब भाजपा जिलाध्यक्ष ने लगाया प्रभारी मंत्री पर आरोप :
अवैध रेत परिवहन को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष मलखान सिंह ने बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने जिले के प्रभारी मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर के रिश्तेदार पर मवई घाट के पास भूरागढ़, बेनीपुर डंप से अवैध रूप से रेत का परिवहन करने के आरोप लगाए हैं। भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि बिना ईटीपी के ही धड़ल्ले से रेत से भरी गाडिय़ां निकली जा रही हैं।
अवैध परिवहन रोका जाएगा :
जहां भी बिना रायल्टी और ईटीपी के रेत का परिवहन हो रहा है वहां टीम भेजकर पुलिस के सहयोग से कार्रवाई की जाएगी। किसी भी सूरत में रेत का अवैध परिवहन नहीं होने दिया जाएगा।
– अमित मिश्रा, जिला खनिज अधिकारी
कल ही टीम भेजकर कार्रवाई कराता हूं :
– रेत के ट्रकों से जाम की कहीं से भी जानकारी नहीं है, अगर ऐसा हो रहा है तो कल ही टीम भेजकर कार्रवाई की जाएगी। रायल्टी का मामला खनिज विभाग से जुड़ा है, इसलिए उस बारे में खनिज विभाग की टीम को साथ ले जाया जाएगा।
– अविनाश रावत, एसडीएम लवकुशनगर