छिंदवाड़ा . बारिश से गर्मी और उमस से जितनी राहत नहीं मिली, उतने फंगल इंफेक्शन से त्वचा सम्बंधी रोग बढ़ गए हैं। जिला अस्पताल में त्वचा रोग से समबंधित ऐसे मरीजों की संख्या देखी जा रही है। चिकित्सकों ने इस मौसम में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
चिकित्सकों के अनुसार बारिश में नमी, साफ-सफ ाई का अभाव फंगल इंफेक्शन को फैलने में मदद करता है। इस कारण दाद या रिंगवर्म, एथेलीट फुट व नेल इंफेक्शंस इस मौसम में बहुत देखे जाते हैं। दाद में शरीर पर लाल या भूरे रंग के सिक्के जैसे घेरे हो जाते हैं। इनमें बहुत खुजली व जलन के साथ कभी-कभी पानी जैसा स्त्राव भी होने लगता है। ये सिर,चेहरे, पीठ व पैर कहीं भी हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि अगर शरीर पर यह लक्षण दिखते हैं तो डॉक्टर को तुरंत दिखाना चाहिए।
ठंडे पानी से इंफेक्शन
मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर और चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ.चंद्रकांत जायसवाल का कहना है कि अस्पताल में इस समय फंगल इंफेक्शन के सर्वाधिक मरीज आ रहे हैं। बारिश का ठंडा पानी त्वचा में पडऩे से इंफेक्शन हो जाता है। वे प्रतिदिन 60 से 70 मरीज देख रहे हैं। इस मौसम में हर व्यक्ति को सतर्क रहना चाहिए।
बीमारी में रखें यह ख्याल
1.अपने कपड़े, तौलिया व बेडशीट आदि अलग रखे। किसी और का उपयोग न करें। 2. डेटोल या नीम के पानी से नहाएं। 3.सूखे और साफ कपड़े पहने । 4. साफ -सफ ाई का पूरा ध्यान रखें।