चित्तौडग़ढ़. स्वामी विवेकानन्द युवा संस्थान का शुभारंभ हजारेश्वर महादेव मंहत चन्द्रभारती महाराज के सानिध्य, विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या के मुख्य आतिथ्य, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विभाग संघचालक हेमन्त जैन की अध्यक्षता एवं मुख्यवक्ता दामोदर अग्रवाल एवं संस्थान के अध्यक्ष प्रवीण सिंह राठौड़ की उपस्थिति में स्वामी विवेकानन्द एवं भारतमाता की तस्वीर के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर विधिवत शुरूआत हुई।
जीवन में प्रेरणा और उत्साह अर्जित करने के अनेक माध्यम होते हैं कभी हमें किसी की वाणी से प्रेरणा मिलती है तो कभी लिखे हुए अक्षरों से कभी व्यक्तित्व से तो कभी जीवन चरित्र से लेकिन जिनके नाम मात्र से युवाओं में प्रेरणा और उत्साह की उमंग दौड़ जाती है तो वो है 19वीं शताब्दी में जन्मे महान कर्मयोगी स्वामी विवेकानंद युवा तरूणाई में जोश भरते हुए।
उक्त विचार स्वामी विवेकानंद संस्थान के शुभारंभ कार्यक्रम में उपस्थित युवा तरूणाई को संबोधित करते हुये मुख्य वक्ता दामोदर अग्रवाल ने कहीे उन्होंने कहा कि विवेकानन्द की योजना स्पष्ट थी उनको मनुष्य निर्माण का कार्य करना था। स्वामी विवेकानंद ने अपना पूरा जीवन चरित्र निर्माण और एक स्वावलम्बी समाज को गढऩे में लगा दिया। स्वामी विवेकानंद ने भारत में ही नहीं बल्कि विश्वभर में भारतीय संस्कृति को पहचान और सम्मान दिलाया। उन्होंने कहा कि युवाओं का जीवन में लक्ष्य निर्धारित होना चाहिए।
मुख्य अतिथि विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने विभिन्न नवाचारो के माध्यम से जनहित के कार्यो करने मे अग्रणी भूमिका निभाकर एक भारत श्रेष्ठ भारत का निर्माण करने की बात कही।
विवेकानंद युवा संस्थान के अध्यक्ष प्रवीण सिंह राठौड़ ने कहा कि आज बड़ा ही पुनीत अवसर है कि नवरात्र के पावन दिनों में हम एक ऐसी संस्था की नींव रखने जा रहे हैं जिसका एक ही उद्देश्य है देश निर्माण। नवरात्र में हम मां शक्ति की उपासना कर इस संस्था का नाम भी उस विराट व्यक्तित्व को समर्पित कर रहे हैं जिसने माँ काली के दिव्य दर्शन करने के साथ ही भारत की आध्यत्मिक चेतना और देश निर्माण की सोच को एक नई दिशा दी। स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा स्वरूप हम देश निर्माण का संकल्प ले विवेकानंद युवा सेवा संस्थान का कार्य प्रारंभ करने जा रहे हैं। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है कि बिना रुके बिना थके बिना विचलित हुए उस गौरवशाली अतीत को पुनस्र्थापित करना है जिसकी कल्पना कभी स्वामी विवेकानंद ने की थी। इस संस्था के अध्यक्ष के नाते मेरी नैतिक जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि आप सबको साथ लेकर उन गतिविधियों को मूर्त रूप दूं।
अध्यक्षता करते हुए आरएसएस संघ चालक हेमन्त जैन ने स्वामी विवेकानन्द के आदर्शो को जीवन मे उतारने का आव्हान करते हुये कहा कि इस देश के प्रत्येक युवा का कर्तव्य है कि स्वामीजी के एक भारतश्रेष्ठ भारत के सपने को साकार करने मे अपना जीवन खपा दे। इस दौरान मंहत चन्द्र भारती महाराज ने उपस्थित युवाओ को स्वामी विवेकानंद के विचारो का संकल्प दिलाया। संस्थान के मंत्री पूरण सिंह राणा ने बताया कि उपाध्यक्ष प्रदीप लढ्ढा ने संस्थान के गठन एवं कार्यो के बारे मे जानकारी दी । कायक्रम का संचालन संस्थान उपाध्यक्ष अशोक रायका ने किया आभार कोषाध्यक्ष रवि विराणी ने व्यक्त किया । संस्थान के उपमंत्री प्रकाश भट्ट, रामनरेश गाडरी, विशाल गर्ग, नरेंद्र सिंह जवासिया, लोकपाल सिंह, प्रकाश अहीर, ओमप्रकाश जटिया ने अतिथियो का स्वागत किया।
स्वामी विवेकानंद संस्थान के लोगो का विमोचन भी किया गया। प्रारंभ में काव्य गीत अभिषेक सेन एवं अंत में वंदे मातरम गीत मेघा दमामी ने किया। अतिथियो को स्वामी विवेकानंद का मोमेन्टो दिया गया। मंत्री पूरण सिंह राणा ने बताया की किशन गुजर को संस्थान का जिला संयोजक मनोनीत किया । इस दौरान सुशील शर्मा, सीकेएसबी चेयरमैन लक्ष्मण सिंह खोर, भाजपा बस्सी मंडल अध्यक्ष भंवर सिंह खरड़ी बावड़ी, घोसुंडा मंडल अध्यक्ष दिनेश शर्मा, सावा मंडल अध्यक्ष रतन डांगी, नगर अध्यक्ष सागर सोनी, भरत जागेटिया, पूर्व नगर अध्यक्ष नरेंद्र पोखरना, सुरेश झंवर, सी पी नामधराणी, भोलाराम प्रजापत, नगर महामंत्री ओमप्रकाश शर्मा, विश्वनाथ टांक, मनोज पारीक आदि उपस्थित थे।