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चित्तौड़गढ़

सरकार बिजली की दरों में कमी कर आमजन को दे राहत

चित्तौड़गढ़. प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा बिजली की दरों मे लगातार वृद्धि से आमजन को राहत दिलाने की मांग को भारतीय जनता पार्टी विधानसभा क्षेत्र चित्तौड़गढ़ की ओर से विधायक चंद्रभान सिंह आक्या के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया।

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चित्तौड़गढ़. प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा बिजली की दरों मे लगातार वृद्धि से आमजन को राहत दिलाने की मांग को भारतीय जनता पार्टी विधानसभा क्षेत्र चित्तौड़गढ़ की ओर से विधायक चंद्रभान सिंह आक्या के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया। भाजपा मीडिया प्रभारी मनोज पारीक ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा बिजली की दरों में लगातार वृद्धि की जा रही है आमजन को मंहगी बिजली दर से राहत की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट चौराहे पर नारेबाजी एवं विरोध प्रदर्शन करते हुए अतिरिक्त जिला कलक्टर को विधायक चंद्रभान सिंह आक्याए जिला महामंत्री कमलेश पुरोहित, जिला उपाध्यक्ष रघु शर्मा, भाजपा नगर अध्यक्ष सागर सोनी, बस्सी मंडल अध्यक्ष भंवर सिंह खरडी बावड़ी, जिला मीडिया प्रभारी सुधीर जैन, सुशील शर्मा, जिला कोषाध्यक्ष शैलेंद्र झंवर, नगर महामंत्री अनिल ईनाणी, ओमप्रकाश शर्मा, विश्वनाथ टांक, हर्षवर्धन सिंह, प्रवीण सिंह राठौड़, रवि विरानी, शिवराज सिंह, रामेश्वर धाकड़, बालकिशन भोई, महिला मोर्चा नगर अध्यक्ष रश्मि सक्सैना ने ज्ञापन सौंपकर शीघ्र प्रभाव से बढ़ी हुई दरों को वापस लेने की मांग की। विधायक आक्या ने कहा कि पूर्ववती भाजपा सरकार में जो फ्यूल सरचार्ज 18 पैसे प्रति यूनिट था, जिसे वर्तमान गहलोत सरकार ने बढाकर 60 पैसे प्रति यूनिट औसत कर दिया। 2018 में बिजली की प्रति यूनिट दरें 5 रूपए 55 पैसे थी उसे बढाकर 11 रूपए 90 पैसे कर दिया। राजस्थान में विद्युत उत्पादन निगम के 10 थर्मल व हाइडल प्लांट और 3 अन्य पावर प्लांट हैं जिनकी कैपेसिटी 8597.35 मेगावाट बिजली उत्पादन की है, लेकिन सरकार की नीतियों के चलते कोयले की कमीए तकनीकी खराबी का बहाना बनाकर यह उत्पादन घटकर महज 3500 से 4000 मेगावाट रह गया। भाजपा पदाधिकारियों ने कांग्रेस सरकार के कुप्रबंधन पर विरोध दर्ज करते हुए ज्ञापन में प्रति माह 5 से 7 थर्मल पावर प्लांट बंद होने का आरोप लगाया। घरेलू श्रेणी की मंहगी बिजली दरों के मामले में राजस्थान देश में चौथे नंबर पर है। प्रदेश के करीब डेढ करोड विद्युत उपभोक्ताओं को 17 रूपए प्रति यूनिट बिजली महंगी दी जा रही है। गहलोत सरकार में साल 2021 में 13 हजार 793 करोड तक की महंगी बिजली खरीदी गई। उसके बावजूद अन्य राज्यों के मुकाबले चालीस प्रतिशत मंहगी बिजली उद्योगों को दी जा रही है। इस दौरान जिला मंत्री हरि सिंह जाट, जिला आईटी राजन माली, शेखर शर्मा, रामगोपाल ओझा, नगर मंत्री मोनू सलूजा, पार्षद छोटू सिंह शेखावत, मुन्ना गुर्जर, मनोज मेनारिया, अशोक जोशी, हरीश गुरनानी, रजनीश भट्ट, सतपाल दुआ आदि उपस्थित थे।