चित्तौडग़ढ़. सवर्ण समाज के आर्थिक हितों की रक्षा का संदेश देने एवं सम्पूर्ण सवर्ण समाज को एकता के सूत्र में पिरोने के लक्ष्य को लेकर सवर्ण फाउंडेशन महासंघ राजस्थान द्वारा आयोजित सवर्ण महाकुम्भ चितौडग़ढ़ में आयोजित हुआ।
सवर्ण महाकुंभ को संबधित करते हुये राष्ट्रीय प्रवक्ता यू एस राना ने कहा कि संपूर्ण देश में आजादी के बाद सामान्य वर्ग के साथ संवैधानिक भेदभाव के खिलाफ संघर्ष का हिस्सा है इसमें सवर्ण के लिए सवर्ण आयोग की मांग प्रमुख हैं। जिस तरह अन्य वर्गों के लिए आयोग गठित हैं जिसके तहत उन्हें शिक्षा, रोजगार आदि सुविधाएं मिलती हैं ऐसा आयोग सामान्य वर्ग के लिए नहीं है सवर्ण महासंघ के संघर्ष के फलस्वरुप हिमाचल, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में सवर्ण आयोग की घोषणा हो चुकी है। महासंघ के संस्थापक गजेंद्र त्रिपाठी ने सवर्णों के आसपास की समस्याओं का मूल्यांकन कर समस्याओं को लिखने का प्रयास करें तभी स्वर्ण समाज सशक्त होगा मजबूत होगा। जिनके पास तकनीक है पैसा नही जिनके पास पैसा है तकनीक नहीं दोनों को जोड़ दें तो एक रोजगार व्यवस्था बनेगी समाज में शिक्षा और रोजगार पर कार्य करना आवश्यक है हम सभी सवर्ण मजबूत और संगठित रहेंगे तो स्वर्ण आयोग भी बनेगा एवं स्वर्ण एक्ट भी बनेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष ओ पी सिंह, अन्तर्राष्टीय अध्यक्ष दिनेश पुरोहित, राष्ट्रीय सचिव रश्मि त्रिवेदी, निहाल सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश भट्ट, दामोदर अग्रवाल, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राजेश सिंह, प्रदेश महासचिव रश्मि सक्सैना, विजया पारीक ने भी विचार व्यक्त किये । सभी वक्ताओ ने सरकार से सवर्ण एक्ट की मांग रखी साथ ही सरकार से मांग करते हुए राजस्थान में आंदोलन चेतावनी दी। संचालन लोकेश त्रिपाठी ने किया स्वागत उद्बोधन जिलाध्यक्ष शिवप्रकाश मंत्री ने दिया । आभार प्रदेश ऊपाध्यक्ष मनोज पारीक ने जताया। इस दौरान प्रदेश प्रचारक चेतन गौड़, राजकुमार वैद, पिटू मोदी, भूपेंद्र दाधीच, दीपक मेनारिया, कमलेश मेहता, दीपिका झाला, दीपिका मेनारिया, भगवत कंवर, अनिल मंत्री आदि उपस्थित थे।