नागदा. महिला से बात करने पर रुपेटा के एक दलित युवक के साथ क्रूरता की गई। महिला और युवक की बातचीत की खबर महिला के पति को लगी तो उसने बड़ी ही चालाकी से युवक को संदला स्थित अपने खेत पर बुलाया। यहां जहां उसने अपनी पत्नी सहित अपने ससुराल पक्ष के लोगों के साथ मिलकर युवक को गर्म पत्ते से बुरी तरह दागा। आरोपियों ने पीडि़त को जान से मारने की धमकी भी दी।
पीडि़त युवक नागदा थाना क्षेत्र के ग्राम रुपेटा निवासी सौरभ (19) पिता आत्माराम परमार है। इस केस में प्रथम दृष्टया सौरभ का समीना उर्फ सबीना से प्रेम-प्रसंग की कहानी सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार सौरभ और समीना की बातचीत की खबर उसके पति मोईन मंसूरी को लग गई थी। मोईन ने सौरभ को कॉल करके उसे पार्टी करने के बहाने संदला स्थित खेत पर बुलाया। जहां मोईन ने अपनी पत्नी समीना उर्फ सबीना, महिला की बहन शबीना, महिला की मां शकीला व महिला के भाई अरबाज के साथ मिलकर सौरभ को शरीर के संवेदनशील सहित कई हिस्सों को गर्म पत्ते से दागा। मामला उजागर होते ही भाटपचलाना पुलिस तत्काल हरकत में आई। टीआई नरेंद्र यादव ने पुलिस बल के साथ पीडि़त के घर पहुंचकर उसके परिजनों से चर्चा की। युवक की सुरक्षा को देखते हुए नागदा पुलिस ने पीडि़त के घर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए हैं। घटना की जानकारी लगते ही एएसपी नीतेश भार्गव भी भाटपचलाना थाने पहुंच गए थे। फिलहाल पीडि़त सौरभ का इलाज जनसेवा हॉस्पिटल में चल रहा है। मामले में पुलिस ने मोईन पिता हुसैन खां निवासी रुपेटा, सबिना उर्फ समीना पति मोईन खां निवासी रुपेटा, शकीला पति सुल्तान मंसूरी, शबाना पति सुल्तान मंसूरी, अरबाज पिता सुल्तान मंसूरी तीनों निवासी संदला पर धारा 307, 294, 34 भादवि सहित एट्रोसिटी एक्ट की धाराओं में केस किया है। पुलिस ने सबिना, शकीला, शबाना व अरबाज को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मोईन फरार है। आरोपियों को पकडऩे में एएसआई सुनील परमार, प्रधान आरक्षक राकेश मालवीय, महिला प्रधान आरक्षक श्रद्धा परिहार, महिला आरक्षक सीमा सिंघाड, आरक्षक विजय जाट, राजेश सोयल, मनोज बैरागी, नारायण सरा, राकेश निनामा, सैनिक अजय पाल, सायबर सेल एसआई प्रतीक यादव, आरक्षक प्रेम सबरवाल का सहयोग रहा।
एसिड अटैक की बात भी आ रही
इस केस में युवक पर एसिड से हमले की बात भी सामने आ रही है। हालांकि टीआई नरेंद्र यादव का कहना है कि फिलहाल मामला जांच में हैं। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे। उस अनुसार कार्रवाई करेंगे। जानकारी के अनुसार मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस इसमें धाराएं बढ़ाई जा सकती हैं।
काका बोले- भरोसा दिलाया तब बताया
पीडि़त काका ओमप्रकाश ने पत्रिका को बताया कि 5 फरवरी को सौरभ संदला गया था। उसी रात उसके साथ हुए घटनाक्रम से वह इतना डर गया था कि वह नागदा आने की बजाय खाचरौद अपने मामा के यहां रुका। 6 फरवरी को वह खाचरौद पहुंचा। 7 फरवरी को उसने पिता से इलाज कराने के लिए रुपए मांगे। काफी देर तक सौरभ मुझे दूर भाग रहा था। उसे जब भरोसा दिलाया तब उसने यह बात बताई। इसके बाद हम थाने पहुंचे।