सिकंदरा.मानपुर। Saini Samaj Reservation Case: भरतपुर के आरौंदा में सैनी समाज द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाने के बाद दौसा में आंदोलन को लेकर सैनी समाज के लोगों ने प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन सैनी समाज और सरकार के नुमाइंदों के बीच वार्ता शुरू होने से दौसा के लोगों ने चक्का जाम के निर्णय को फिलहाल टाल दिया है। इसको लेकर मंगलवार को सिकंदरा स्थित नदी वाले बालाजी पर समाज के जिला अध्यक्ष गिर्राज प्रसाद सैनी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बुधवार सुबह जगह जगह नुक्कड़ सभाएं व घर घर संपर्क कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बुधवार दोपहर तक सैकड़ों लोग सिकं दरा में एकत्र होकर वाहनों से रवाना होकर औरंदा में चल रहे आंदोलन में शामिल होंगे।
बैठक में समाज के प्रबुद्ध लोग शामिल हुए तथा आगामी आरक्षण आंदोलन को लेकर रणनीति बनाई गई। बैठक में समाज के लोगों ने कहा कि भरतपुर के आरौंदा में आंदोलन कर रहे लोगों में से 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को सरकार ने वार्ता के लिए बुलाया है।
ऐसे में प्रथम चरण की वार्ता सकारात्मक रही है। वार्ता के दौर के चलने के कारण सिकंदरा में भी सैनी समाज के लोगों ने चक्काजाम को टाल दिया है। बैठक में निर्णय किया कि सरकार द्वारा की जा रही वार्ता सकारात्मक होने तक के लिए आंदोलन की रणनीति को स्थगित रखा गया है। समाज के वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने अति शीघ्र ही हमारी मांगों को पूरा नहीं किया तो हमें फिर से मजबूरन दौसा जिले में चक्काजाम का निर्णय लेना पड़ेगा। इसलिए सरकार जल्द से जल्द समाज के लोगों की मांग को पूरी करें।
बैठक में जिलाध्यक्ष गिर्राजप्रसाद सैनी, सेंड स्टोन दस्तकार विकास समिति अध्यक्ष खैराती लाल सैनी, पदम सैनी लालसोट, हेमराज सैनी, पूर्व सरपंच रंग लाल सैनी, तहसील अध्यक्ष बसवा गिर्राज प्रसाद सैनी, पार्षद संतोष कटारिया, भागीरथ फुले सेना समिति जिला अध्यक्ष हरकेश सैनी ङ्क्षबदरवाड़ा, कन्हैयालाल सैनी, राजेंद्र सैनी, प्रेम सैनी सिकंदरा, भगवान सहाय सैनी, केदार प्रसाद सैनी कुंडेरा डूंगर, सैंड स्टोन समिति सचिव रामू सैनी, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सैनी, जिला उपाध्यक्ष सीताराम सैनी सिकंदरा, रूपनारायण छोकरवाड़ा, महेश भंडारी, जियालाल सरपंच कुंडेरा,अशोक बंडपुरा महुआ, प्रदीप महुआ सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।
दिनभर चली जाम की अफवाह
सिकंदरा में सैनी समाज के लोगों द्वारा जाम लगाने के अल्टीमेटम देने के बाद मंगलवार को दिनभर जाम लगाने की अफवाह फैलती रही। ऐसे में बाहर से आने वाले लोग सिकंदरा में जाम लगने की स्थिति का पता करते रहे। जाम की अफवाह फैलने के कारण पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी भी अलर्ट मोड पर रहे, लेकिन शाम तक सिकंदरा में किसी भी प्रकार का जाम नहीं लगा। शाम को सैनी समाज के लोगों ने बैठक कर आंदोलन को लेकर आगामी रणनीति बनाई।
