दौसा. जिला कारागृह पर मंगलवार सुबह करीब 11.30 बजे आतंकी हमले की सूचना से पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। कुछ ही मिनटों में सायरन बजाते हुए वाहन महेश्वरा रोड स्थित जिला कारागृह की ओर दौड़ पड़े। वहां पहुंचने पर मामला मॉकड्रिल का निकला तो अधिकारियों ने राहत की सांस ली। चिकित्सा व बिजली निगम मॉकड्रिल में फिसड्डी रहा।
दरअसल प्रशासन द्वारा समय-समय पर विभागों की सक्रियता को परखने के लिए मॉक ड्रिल की जाती हैं। इसी कड़ी में मंगलवार सुबह 11.30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम ने अधिकारियों, पुलिस थानों, चिकित्सा विभाग, फायर ब्रिगेड आदि को जिला कारागृह पर आतंकी हमले की सूचना दी। इससे जिला मुख्यालय पर हड़कंप मच गया। संबंधित अधिकारी अपने अमले के साथ पुलिस लाइन के समीप जेल के लिए निकल पड़े। घटना स्थल पर पहुंचकर चैन की सांस ली।
सबसे पहले 11.35 पर कोतवाली थाना प्रभारी लालसिंह, सदर थाना प्रभारी प्रवीण कुमार व जिला विशेष शाखा प्रभारी रामकिशोर अपने जाप्ते के साथ पहुंचे। इनके बाद 11.46 बजे जिला कलक्टर कमर उल जमान चौधरी, पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल, एएसपी कानून व्यवस्था डॉ. लालचन्द कायल, सीओ कालूराम मीना पहुंचे। 11.50 बजे जिला स्पेशल पुलिस के प्रभारी लोकेश शर्मा अपनी टीम के साथव 11.51 बजे फायर अधिकारी दिलकुश गुर्जर एक दमकल के साथ पहुंचे। 11.54 बजे एसडीएम संजय कुमार गोरा, 11.56 बजे क्यूआरटी के जवान, 11.57 बजे आरएसी का जाप्ता, 11.58 बजे सिविल डिफेन्स की टीम व 12.04 बजे महिला पुलिस उप निरीक्षक किताब देवी के साथ पहुंचे।
सबसे पास, फिर भी लेट
अंत में 12.06 बजे रिजर्व पुलिस लाइन का जाप्ता उप निरीक्षक भीम सिंह के साथ मौके पर पहुंचा, जबकि जेल के सबसे नजदीक पुलिस लाइन है। जिला कलक्टर के द्वारा 12.15 बजे मॉक ड्रिल की समाप्ति की घोषणा की गई। इस दौरान चिकित्सा अधिकारी, एम्बुलेंस व बिजली निगम की टीम आदि नहीं पहुंचे थे। हालांकि कुछ देर बाद एम्बुलेंस भी पहुंची, लेकिन तब तक अधिकारी वापस जा चुके थे।
