18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

देवास

video news: ६० सेकंड बात की…थैली से पेट्रोल निकालकर सिर पर उड़ेला…बोली- इस पार या उस पार, मर जाएंगे और हमारे बच्चे रोएंगे

महापौर की जनसुनवाई में युवती ने की जान देने की कोशिश, सामने ही बैठी थी महापौर  

Google source verification

देवास. नगर निगम में बुधवार दोपहर 1.15 बजे महापौर जनसुनवाई में पहुंची एक युवती कुछ अन्य युवतियों के साथ महापौर गीता अग्रवाल और महापौर प्रतिनिधि के सामने आवेदन देकर गुहार लगाती है, हाथ जोडक़र बकाया वेतन दिलवाने का निवेदन करती है। करीब ६० सेकंड बात करने के बाद पास में खड़ी युवती की थैली से पेट्रोल से भरी बोतल निकालती है और रोते हुए सिर पर उड़ेलकर बोलती है कि हम मर जाएंगे और हमारे बच्चे रोएंगे, इस बार इस पार या उस पार। तभी एक कर्मचारी युवती के हाथों से बोतल छीन लेता है। इस छीनाझपटी में कुछ पेट्रोल महापौर गीता अग्रवाल के सामने टेबल पर बिखर जाता है।

शहर की पूजा राजपूत कुछ युवतियों के साथ बकाया वेतन देने की मांग को लेकर बुधवार को महापौर की जनसुनवाई में पहुंची थी। पूजा ने बताया कि हम आइईसी वर्कर थे और स्वच्छता जागरुकता से जुड़े काम करते थे। पूजा ने बताया कि नगर निगम से हमें बाहर कर दिया गया अब बच्चों की फीस कैसे भरें। किराए के मकान में रहते हैं। एजेंसी ने 5 माह की सैलरी नहीं दी। एजेंसी का टेंडर खत्म होने पर हमारा काम बंद हो गया। 45 लोगों का पैसा बाकी है। जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं इसलिए ऐसा कदम उठाना पड़ा।

जैसे ही पेट्रोल की बोतल निकाली, महापौर बोलीं-ये काम मत करो

युवती ने थैली से पेट्रोल की बोतल निकालकर कुछ सेकंड हाथों में रखी। जिसे देखकर महापौर और सभी कर्मचारी घबरा गए। महापौर अग्रवाल बोली-ये गलत है, ऐसा करने से क्या होगा। वहीं एक अधिकारी बार बार बोलती रही, बोतल छीनो, ये काम मत करो। कर्मचारी बोतल छीनते, उससे पहले ही युवती ने पेट्रोल सिर पर उड़ेल लिया। इसके बाद बोतल छीनकर युवती को समझाइश दी गई। अन्य युवतियों के साथ पूजा को बैठाया गया।

घबराकर कुर्सी से खड़ी हो गईं महापौर

अचानक हुए घटनाक्रम से महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल घबरा गई। युवती के सामने ही महापौर बैठी थी, वे तुरंत खड़ी हो गई। वे पूजा को समझाती रही और पूजा रोते हुए अपनी पीड़ा बताती रही।

बोली-पेट्रोप पंप से लेकर आई

युवती पूजा ने बताया कि पेट्रोल पंप से ही पेट्रोल लेकर आए थे। हम भटककर तंग आ चुके थे, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही थी। हमारे पास कोई चारा नहीं था। हम मर जाते और क्या होता, ऐसे जीने से भी कोई फायदा नहीं।

आमने-सामने…युुवतियों के सवाल और दर्द

युवतियों ने रोते हुए कहा कि हमें लावारिस छोड़ दिया है। पेट्रोल डालने वाली युवती बोली- मैं हिम्मत वाली हूं, लेकिन परेशान होकर ये कदम उठाया। कुछ युवतियों ने कहा कि हमने पैदल जाकर वार्डों में काम किया। जितने भी स्वच्छता के अवाॅर्ड मिले हमारी वजह से मिले। अधिकारी सिर्फ फोटों खिंचवाने के लिए बैठते थे। सब हमको पहचानते हैं, अब हमारे हक के लिए किसी का मुंह नहीं खुल रहा। पांच साल से काम कर रहे हैं। वार्ड का बच्चा बच्चा हमें पहचानता है। हमारा भी मान सम्मान है। वेतन मांगने जाते हैं तो हमें भगा दिया जाता है।

इधर, महापौर प्रतिनिधि बोले…मैं भी एक बोतल पेट्रोल डाल लेता हूं क्या पेमेंट मिल जाएगा

युवतियों के सवालों के जवाब में महापौर प्रतिनिधि ने समझाइश देते हुए कहा कि मातृशक्ति तो पुरुषों को संबल देती है। ऐसा करने से क्या पेमेंट मिल जाएगा तो चलो मैं भी एक बोतल पेट्रोल डाल लेता हूं। बेटी होने के नाते समझा रहे हैं। लडऩा सीखो, ऐसा कृत्य करने से कुछ हासिल नहीं होगा। परिवार अनाथ हो जाएगा। कमिश्नर से इस बारे में मेरी तीन बार बात हो गई है।

सैलरी मिलना चाहिए

सैलरी मिलना चाहिए। पेट्रोल डालना कोई समस्या का हल नहीं होगा। हमने उसे समझाया। युवतियों की समस्या हल की जाएगी।- गीता अग्रवाल, महापौर

ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करेंगे

आउटसोर्स एजेंसी की बहनें हैं। मैंने जानकारी प्राप्त की थी। ठेकेदार ने पेमेंट नहीं किया है। ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करेंगे।-दुर्गेश अग्रवाल, महापौर प्रतिनिधि

कार्रवाई करेंगे

कंपनी का टेंडर खत्म हो चुका है। उसका पेमेंट कर दिया है, लेकिन उसने कर्मचारियों का पेमेंट नहीं किया है। यह

कंपनी की गलती है। उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

रजनीश कसेरा, नगर निगम आयुक्त