धार. नेशनल एज्यूकेशन यूथ यूनियन यानी नीयू के बैनरतले मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सोमवार को त्रिमूर्ति चौराहा पर सौंपा। इसमें बताया कि पटवारी परीक्षा की नियुक्ति को तत्काल रोककर जांच को सार्वजनिक करने व पटवारी परीक्षा की नए सिरे से एसआईटी गठित करने की मांग की गई।
ज्ञापन में बताया कि मार्च-अप्रैल २०२३ में परीक्षा हुई, इसके परिणाम आने पर फर्जीवाड़े का संदेह हुआ। 13 जुलाई को इस मामले में सभी जिलों में आंदोलन हुआ। छात्रों की मांग को ध्यान में रखते हुए पूर्व सीएम ने नियुक्तियों पर रोक लगाई व एक सदस्यीय जस्टिस राजेंद्र वर्मा समिति गठित की। समिति की जांच रिपोर्ट को बिना सार्वजनिक किए सरकार द्वारा नियुक्ति का निर्णय लिया है। इस निर्णय से परीक्षा से जुड़े लाखों अभ्यर्थियों के मन में शंका है। इसलिए मांग की गई है कि नियुक्तियों को रोककर जांच को सार्वजनिक किया जाए। साथ ही नए सिरे से मुख्य न्यायाधीश के नेतृत्व में तकनीकी विशेषज्ञों की एसआईटी गठित की जाए। इस दौरान बड़ी संख्या में संगठन के जुड़े पदाधिकारी और युवा मौजूद थे।