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साध्वी कुमुदलता ने कहा, हर धर्म में मंत्रों की वि​शिष्ट महिमा

साध्वी कुमुदलता ने भीलवाड़ा के सुभाषनगर जैन स्थानक में राजस्थान पत्रिका के वरिष्ठ पत्रकार नरेन्द्र वर्मा से धर्म, राजनीति, संत, देश, युवा व बदलती संस्कृति समेत अनेक विषय पर खुल कर चर्चा की। उनसे हुई बातचीत के मुख्य अंश निम्न है।

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भीलवाड़ा। साध्वी कुमुदलता ने भीलवाड़ा के सुभाषनगर जैन स्थानक में राजस्थान पत्रिका के वरिष्ठ पत्रकार नरेन्द्र वर्मा से धर्म, राजनीति, संत, देश, युवा व बदलती संस्कृति समेत अनेक विषय पर खुल कर चर्चा की। उनसे हुई बातचीत के मुख्य अंश निम्न है।

सवाल: जीवन में मंत्रोचार का कितना महत्व है ?

जवाब: जैन धर्म हो, वैदिक धर्म हो, इस्लाम धर्म हो चाहे कोई सा धर्म हो, हर धर्म में मंत्रों की महिमा होती है। ओम शब्दों के मंत्रोचार हमारी नाभि से निकलता है, इसके उच्चारण से शरीर में कई ऊर्जाओं का संचार होता है। इससे रोग से मुक्ति होती है, बिछड़े परिवारों का भी मिलन होता है?

सवाल: युवाओं की भावनाओं में बदलाव नजर आ रहा है ?

जवाब: युवाओं की साधु-साध्वियों के सान्निध्य में धर्म के प्रति आस्था और गहराई है। मंदिरों व आश्रमों में युवाओं की पहुंच बढ़ी है लेकिन उन्हें सही गाइड लाइन नहीं मिल रही है।

सवाल: इसके लिए किस प्रकार का बदलाव आप चाहती है?

जवाब: सरकार को भी चाहिए कि वह शराब पर प्रतिबंध लगाए। हालांकि देश के लिए युवा अभी भी बहुत कुछ कर रहे हैं, लेकिन और भी बहुत कुछ कर सकते हैं।

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