डूंगरपुर. वरदा थाना क्षेत्र के आंतरी गांव में घर के अंदर पड़े पेट्रोलियम पदार्थ से भरे ड्रम में शनिवार को आग लग गई। हालांकि ग्रामवासियों और दमकल कर्मियों ने समय रहते आग पर काबू पा लिया। इससे बड़ा हादसा टल गया। लेकिन इस घटना के साथ ही पेट्रोलियम एवं ज्वलनशील पदार्थों के अवैध भण्डारण और बेचान की भी कलई खुल गई।
जानकारी के अनुसार आतंरी निवासी सुरेन्द्र पुत्र नारायणलाल रावल मिट्टी की मटकियां बेचने का काम करता है। मकान और दुकान एक ही है। संभवतया अवैध रूप से पेट्रोल-डीजल बेचने का काम भी होता है। इसलिए घर पर पेट्रोलियम पदार्थ से भरा ड्रम भी रखा हुआ था। शनिवार दोपहर करीब १२ बजे अचानक ड्रम में आग लग गई। उपटें उठती देख हड$कम्प मच गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। लोगों ने आग बुझाने के जतन किए। इस बीच सूचना पाकर जिला मुख्यालय से दमकल दल भी मौके पर पहुंचा। फायरमैन प्रवीण प्रजापत, पुनीत पण्ड्या, शंकर कटारा आदि ने ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया।
सॉल्वेंट होने की भी चर्चाएं
घटना के बाद गांव में घर पर अवैध रूप से सॉल्वेंट (एक तरह का ज्वलनशील पदार्थ) रखा होने की भी चर्चाएं हैं, हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। बताया जा रहा है कि पेट्रोल-डीजल के अवैध धंधे से जुड़े लोग इसमें सॉल्वेंट का भी इस्तेमाल करते हैं। जिले में पूर्व भी सॉल्वेंट से हादसे हो चुके हैं।
हादसा से लें सबक
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध रूप से पेट्रोल-डीजल की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। लगभग सभी मुख्य मार्गों पर सड$क किनारे दुकानों और थडिय़ों पर पेट्रोल से भरी बोतलें सजी दिख जाती हैं। गांवों की दुकानों व मकानों में अवैध तरीके से पेट्रोल डीजल का भण्डारण भी किया जाता है। बाजार भाव से ३० से ४० रुपए अधिक जोड$कर वाहन चालकों को इसका बेचान होता है। इसके बावजूद रसद विभाग और पुलिस महकमा कार्रवाई नहीं करता है। आंतरी में हुआ हादसा सबक है। समय रहते आग पर काबू नहीं पाया होता तो यह बड़ी जनहानि का भी कारण बन सकता था।