डूंगरपुर.
सिर पर कलश धारण कर मां गंगा और गायत्री के जयकारे करती मातृ शक्ति ने माहौल को आध्यात्मिक बना दिया। अवसर था शहर के वसुंधरा विहार कॉलोनी में नवनिर्मित गायत्री शक्तिपीठ की प्राण प्रतिष्ठा और ५१ कुण्डीय महायज्ञ अनुष्ठान के शुभारंभ का।
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गायत्री परिवार डूंगरपुर की आयोजित आयोजित महोत्सव के प्रथम दिन गुरुवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। शहर के अधिष्ठाता देव मुरला गणेश मंदिर में हजारों की संख्या में एकत्र माताओं ने जल पुरित कलश मस्तक पर धारण किए। इससे पूर्व शांतिकुंज से आई केंद्रीय टोली ने कलश पूजन किया। इसके बाद कलश प्रारंभ हुई। ओ बहनों माताओं आओ, आओ कलश धरो, अपना सुख सौभाग्य जगाओ, आओ कलश धरो गीत के साथ कलश यात्रा विभिन्न मार्गों से होती हुई शक्तिपीठ स्थल पर पहुंची। मुख्य द्वार पर देव कन्याओं एवं माताओं-बहनों का पूजन कर स्वागत किया गया।
शक्ति का पूंज है कलश
कलश यात्रा के पश्चात देव पूजन कार्यक्रम हुआ। गायत्री परिजनों व यजमान मंडल ने केंद्रीय टोली के प्रभारी रमेशचंद्र भाई, अशोक भाई, गुणसागर राणा, हुकमचंद व चिमनभाई का तिलक लगाकर स्वागत किया। आयोजन प्रभारी नानूराम भट्ट ने शाब्दिक स्वागत करते हुए कार्यक्रम की जानकारी दी। केंद्रीय टोली नायक रमेश भाई ने कहा कि कलश शक्ति का पूंज हैं। महिलाओं के इसे धारण करने से उनमें शक्ति का संचार होता है। यह सौभाग्य पुरुषों को नसीब नहीं है, क्योंकि जगत में शक्ति स्वरुपा सिर्फ नारी है। अंत में गायत्री माता की आरती एवं महाप्रसाद हुआ। शाम को ज्ञान गोष्ठी व भजन संध्या के कार्यक्रम हुए।
यह हुए शामिल
कार्यक्रम में गायत्री परिवार के जिला संयोजक भूपेंद्र पण्ड्या, बंशीलाल गर्ग, गिरीश कुमार कलाल, रमेश वरियानी, केतन शाह, जितेंद्र जोशी, नटवरलाल वर्मा, नगीन पटेल, गुणवंतसिंह चौहान, मगनलाल यादव, धीरज यादव, लक्ष्मण खिंची, दीपक जोशी, शिवराम कलाल, हेमंत भट्ट, डा. सी.पी.पंवार, नलीन पानेरी, पुष्पा भट्ट, ललीता कलाल, हंसा पटेल सहित बड़ी संख्या में गायत्री परिजन, भामाशाह व श्रद्धालु मौजूद रहे।
महायज्ञ आज से
महोत्सव के तहत ५१ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ शुक्रवार से शुरू होगा। माता गायत्री, राधाकृष्ण तथा प्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा व पूर्णाहुति रविवार को होगी।