डूंगरपुर.
सदर थाना क्षेत्र के एक गांव में संदिग्ध हालात में मिले बालिका के शव के मामले ने तुल पकड़ लिया है। शुक्रवार को पीडि़ता के परिजनों और ग्रामीणों ने हत्यारों को फांसी दिलाने और परिवार को गांव बदर करने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। वहीं दोपहर बाद गांव से महिला-पुरुष व बच्चे पैदल-पैदल जिला मुख्यालय पर पहुंचे और कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया। इसके बाद विधायक निवास पर पहुंच कर विधायक गणेश घोघरा को भी ज्ञापन सौंपा। उधर, बालिका का शव शुक्रवार को भी मुर्दाघर में ही पड़ा रहा। परिजनों ने ठोस कार्रवाई नहीं होने तक शव उठाने से मना कर दिया।
सैकड़ों लोग एकत्र, छावनी बना रहा गांव
घटना को लेकर ग्रामीणों में खासा रोष व्याप्त है। शुक्रवार सुबह मृतका के घर के पास लोगों के एकत्र होने का क्रम शुरू हो गया। दोपहर तक करीब डेढ़ हजार से अधिक लोग जमा हो गए। आसपास के थाना क्षेत्रों सहित रिजर्व पुलिस लाइन से अतिरिक्त जाप्ता भी तैनात रहा। वहीं तहसीलदार, गिरदावर, पटवारी आदि भी मौके पर मौजूद रहे। ग्रामीणों ने आरोपी युवक को फांसी की सजा देने और उसके परिवार को गांव से बेदखल करने की मांग पर अड़े रहे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी दिनभर समझाइश का प्रयास कर रहे, लेकिन बात नहीं बनी।
पैदल-पैदल आए 8 किलोमीटर
दोपहर बाद मृतका के माता-पिता सहित करीब 100 से 150 लोग नारेबाजी करते हुए पैदल-पैदल गांव से रवाना हुए। इसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थी शामिल थे। नारेबाजी करते हुए 8 किलोमीटर पैदल-पैदल चलकर जिला मुख्यलाय पहुंचे। यहां कलेक्ट्रेट के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने कार्यवाहक जिला मजिस्ट्रेट हेमेंद्र नागर को ज्ञापन सौंप दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की मंाग की। एडीएम नागर ने कहा कि पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस तरह के जघन्य काण्ड के लिए फांसी का प्रावधान है। उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों से जांच में पुलिस को सहयोग करने का आग्रह किया, ताकि आरोपी को सजा दिलाई जा सके। साथ ही उन्होंने मानवीय संवेदनाओं का हवाला देते हुए परिजनों से बालिका के शव का अंतिम संस्कार करने का भी आग्रह किया। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने बाहर आकर उग्र भीड़ को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने और लाश उठाने से इनकार कर दिया।
विधायक को सौंपा ज्ञापन
कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन के बाद ग्रामीण विधायक गणेश घोघरा ने निवास पर पहुंचे। वहां पूरे मामले से अवगत कराते दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विधायक ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया तथा जरूरत पडऩे पर खुद भी धरना-प्रदर्शन की बात कही।
यह था मामला
सदर थाना क्षेत्र के एक गांव में २८ जून रात को १० वर्षीय बालिका ने अपनी मां व तीन भाइयों के साथ घर आगंन में खाट पर सोई थी। २९ जून को सुबह करीब साढे पांच बजे उसकी मां उठी तो खाट से बच्ची गायब थी। आसपास तलाश करने पर भी कुछ पता नहीं चला। शाम को घर से 200 मीटर की दूरी पर एक पुलिया के नीचे पाइप में बच्ची का नग्न अवस्था में शव मिला था। परिजनों ने पूर्व सरपंच के पोते जीतु सहित दो जनों पर बच्ची का अपहरण करने, दुष्कर्म कर हत्या करने के आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया था। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर एक संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। बच्ची के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया। साथ ही आरोपी युवक और बच्ची के डीएनए नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं।