इटावा. उत्तर प्रदेश के आगरा में हाईजैक की गई बस को इटावा के बलरई इलाके लखेरे कुएं के पास एक ढाबे से लावारिस हालात में बरामद किया गया है । इटावा के एसएसपी आकाश तोमर ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति बस को लाकर छोड़ गया है। आगरा पुलिस से संपर्क स्थापित करके गहनता से जांच की जा रही है। इटावा में मिली बस कल्पना ट्रैवल कंपनी की है। बस का नंबर यूपी 75 एम 3516 है । पुलिस बस से जुड़ी हुई सारी जानकारी जुटा रही है। बस में 34 यात्री सवार थे। इटावा के नंबर की यह बस दीपा अरोरा के नाम परिवहन विभाग में इंद्राज है।
एमपी में मिल यात्री-
इससे पहले आगरा के एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि बस यात्रियों तक पुलिस पहुंच गई है। सभी यात्री मध्य प्रदेश के पास सुरक्षित मिले हैं। पुलिस ने यात्रियों से बात की है और चिंता की कोई बात नहीं है। बस को इटावा से बरामद किया गया है। शुरुआती तौर पर यह जानकारी आ रही थी कि फाइनैंस कंपनी के कर्मचारियों ने सवारियों से भरी बस को हाईजैक किया। बाद में बताया गया है कि लेन-देन के विवाद में वारदात को अंजाम दिया गया। आगरा के थाना मलपुरा क्षेत्र में अज्ञात कार सवारों ने बस के ड्राइवर और कंडक्टर को उतारकर बस को अगवा किया था। बस के सभी यात्री मध्य प्रदेश के छतरपुर में सकुशल मिले हैं। आगरा के एसएसपी ने बताया कि बस यात्रियों तक आगरा पुलिस पहुंच गई है। पुलिस ने यात्रियों से बात की है और चिंता की कोई बात नहीं है। अब पता चल रहा है कि फाइनैंस कर्मियों ने बस को हाईजैक नहीं किया था।
अब सामने आई नई कहानी
बताया जा रहा है कि फिरोजाबाद के प्रदीप गुप्ता नाम के शख्स ने बस को अगवा कराया था। प्रदीप का बस मालिक से लेन-देन का विवाद था। बस मालिक की मंगलवार को कोरोना से मौत हो गई थी। ऐसे में प्रदीप गुप्ता को लगा कि उन्हें बकाया पैसा नहीं मिलेगा। इसलिए बस को अगवा कर लिया। उधर बस के यात्री छतरपुर में मिले हैं। उनसे बातचीत की गई है। आगरा के एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि ग्वालियर के तीन लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि जिस बस में वे गुरुग्राम से मध्य प्रदेश के पन्ना जा रहे थे उसे फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने अगवा कर लिया। कंपनी ने ही बस को फाइनैंस किया था। लेकिन बाद में बस पर फाइनेंस की बात पूरी तरीके से खारिज हो गई।