झाबुआ/पेटलावद. सावन की कसर भादौ ने पूरी कर दी। मेघ ऐसे झूमकर बरस रहे हैं कि बीते 24 घंटे में औसत वर्षा का आंकड़ा 30.2 इंच पर जा पहुंचा। मौसम विभाग ने बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है और अगले दो दिन भारी बारिश की संभावना जताई गई है। ऐसे में आंकड़ा अभी और बढ़ेगा।बारिश के चलते क्षेत्र की प्रमुख नदी अनास, सुनार, माही और पंपावती पूरे वेग से बहने लगी। कई जगह नदियों ने तट बंध तोड़ दिए। पुल के ऊपर से पानी बहने के कारण कुछ रास्ते भी बंद हो गए। उधर, लगातार हो रही बारिश से पेटलावद क्षेत्र का माही डैम पूरी क्षमता से भर गया। ऐसे में डैम के सभी 8 गेट खोलना पड़े। बारिश के चलते दो दर्जन से अधिक स्थानों पर पेड़ धराशाई हो गए, जिससे शहर की बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई।
पूरी क्षमता से माही डैम भरा, सभी 8 गेट खोले
मूसलधार बारिश से पेटलावद क्षेत्र में स्थित माही डेम अपनी पूरी क्षमता से भर गया। ऐसे में डेम के सभी 8 गेट खोल दिए गए हैं। डाउन स्ट्रीम में आने वाले गांवों में भी अलर्ट जारी किया गया है। गौरतलब है कि माही डेम की क्षमता 199.07 मिलियन घन मीटर है। निरंतर जारी बारिश से डैम में 196.29 मिलियन घन मीटर पानी भर चुका है। एहतियातन डैम के सभी गेट खोल दिए गए हैं। यहां से प्रति सेकंड 2136 क्यूबिक मीटर पानी छोड़ा जा रहा है। जल संसाधन विभाग के एसडीओ जेएस बिष्ट ने बताया डैम के डाउन स्ट्रीम में 15 गांव आते हैं। इनमें पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया था।
नदियां उफान पर होने से रास्ते बंद
पूरे जिले में पेटलावद तहसील में ही सर्वाधिक बारिश हुई है। जिस कारण से पेटलावद तहसील मुख्यालय के आसपास के कई गांवों से संपर्क टूट गया। इस कारण से कई घंटो तक ग्रामीण क्षेत्रों से मुख्यालय का आवागमन बाधित रहा। इसके साथ ही माही ,पंपावती, लाडकी सहित अन्य छोटी बडी नदियों में भरपूर पानी की आवक रही। क्षेत्र के सभी नाले भी उफान पर चल रहे हैं।
भारी बारिश के चलते स्कूलों में छुट्टी घोषित
रात से हो रही भारी बारिश के चलते कलेक्टर तन्वी हुड्डा ने शनिवार सुबह जिले की सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों में नर्सरी से 12वीं तक के बच्चों के लिए छुट्टी घोषित करने के आदेश जारी कर दिए। जानकारी के अभाव में बहुत से बच्चे स्कूल पहुंच गए।
खेत में पानी जमा न होने दें किसान
भारी बारिश के मद्देनजर कृषि विज्ञान केंद्र ने किसानों के लिए सलाह भी जारी की है।किसानों से कहा गया है कि वे खेत में जल निकासी के लिए उचित दूरी पर जल निकास नाली बनाएं। उर्वरक का प्रयोग मौसम खुलने व खेतों से अतिरिक्त वर्षा जल के निकास के बाद ही करें। अति भारी वर्षा की संभावना को देखते हुए कीट नियंत्रण के कीटनाशक का प्रयोग रोक दें।
ग्रामीण अंचल में जनजीवन अस्त-व्यस्त, तालाब लबालब, नदी-नाले उफने
पेटलावद/बरवेट. लंबे इंतजार के बाद अंचल में मूसलाधार बारिश हुई। जहा देखो वह पानी ही पानी दिखाई देने लगा। नदी नाले उफान पर , तालाब लबालब और नदियां खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई। जिससे दर्जनों ग्रामो का संपर्क टुट गया , जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। बरवेट क्षेत्र के नवापाड़ा, रूपारेल, कचनारिया, टांडा, महूडीपाड़ा, हमीरगढ़, देवली, काली घाटी, कुवारझार, गोठानिया, पाँच पिपला, आदि ग्रामो के किसान सुबह जल्दी पेटलावद सब्जी मंडी में सब्जी बेचने जाते है। शुक्रवार शनिवार की बारिश से नदी नाले उफान पर आने से तहसील मुख्यालय का संपर्क टूट गया।