चौथी बार हनुमानगढ़ 90 से ऊपर, साढ़े तीन प्रतिशत की गिरावट के बावजूद सुधरी रैंक, बेटियां फिर आगे
– परिणाम प्रतिशत में गिरावट के बावजूद दो स्थान सुधार के साथ प्रदेश में 11वें नम्बर रहा जिला
– जिले का 93.07 व प्रदेश का 92.35 प्रतिशत रहा परिणाम
हनुमानगढ़. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर की ओर से गुरुवार को जारी किए गए बारहवीं कला संकाय के परीक्षा परिणाम में हनुमानगढ़ जिले का चौथी बार ओवरऑल परिणाम 90 प्रतिशत से अधिक रहा। हालांकि गत वर्ष की तुलना में इस बार जिले के परिणाम में साढ़े तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। इसके बावजूद जिले की रैंकिंग दो स्थान सुधरी है। पिछले साल जिला 13वें नम्बर पर रहा था, इस बार ग्यारहवां स्थान हासिल किया है।
वहीं बेटियों ने इस बार फिर बाजी मारी है। जिले से लेकर प्रदेश भर में छात्रों की तुलना में छात्राएं आगे रही हैं। बालिकाओं का परीक्षा परिणाम प्रदेश में प्रदेश के ओवरऑल तथा जिले में जिले के ओवरऑल परिणाम प्रतिशत से अधिक रहा है। लड़कियां ना केवल परिणाम प्रतिशत में बल्कि फस्र्ट डिवीजन व सेकंड डिवीजन हासिल करने में भी लडक़ों से काफी आगे रही हैं। जबकि थर्ड डिवीजन हासिल करने में लडक़ों की संख्या अधिक रही है। खास बात यह है कि जिले में सरकारी पाठशाला के होनहार ने झंडे गाड़े हैं। हालांकि जिला व स्टेट टॉपर की सूची जारी नहीं की गई। मगर राउमावि 35 एलएलडब्ल्यू, पीलीबंगा के भूपेन्द्र सिंह ने 99 प्रतिशत अंक हासिल कर जिले में रेकॉर्ड कायम किया है। इससे पहले अब तक जिले में किसी ने इतने अंक हासिल नहीं किए थे।
प्रदर्शन: अब व पहले
जिले का ओवरऑल परिणाम इस साल 93.07 फीसदी रहा है। पिछले बरस यह 96.63 प्रतिशत रहा। हालांकि जिले के इतिहास का श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम वर्ष 2021 में 98.96 प्रतिशत रहा था। मगर उस साल कोरोना संक्रमण संकट के कारण बिना परीक्षा ही विशेष फार्मूले से परिणाम जारी किया गया था। वर्ष 2020 में पहली दफा कला संकाय का परिणाम 90.91 फीसदी रहा था। इससे पहले कभी 90 का आंकड़ा नहीं छुआ था।
फस्र्ट डिवीजन में भी आगे
जिले में कला संकाय से 19143 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। इनमें 9632 लडक़ों में से 4226 प्रथम श्रेणी से पास हुए हैं। जबकि 3946 सेकंड तथा 356 थर्ड डिवीजन से पास हुए हैं। लडक़ों का परिणाम 90.74 फीसदी रहा है। वहीं 9511 लड़कियों में से 6490 प्रथम श्रेणी से पास हुई हैं। वहीं 2332 ने सेकंड तथा 255 ने थर्ड डिवीजन से परीक्षा पास की है। लड़कियों का परिणाम 95.44 प्रतिशत रहा है।
सप्लीमेंट्री व थर्ड डिवीजन में नहीं आगे
बेटियां ओवरऑल परिणाम प्रतिशत के साथ ही गुणवत्तापूर्ण परिणाम में भी लडक़ों से आगे रही हैं। प्रदेश में कुल 705415 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। इनमें से 353203 छात्र थे तथा 352212 छात्राएं थी। प्रदेश में 136267 छात्र प्रथम श्रेणी से तथा 190146 छात्राएं प्रथम श्रेणी से पास हुई। वहीं 33087 छात्र तथा 22768 छात्राएं थर्ड डिवीजन से पास हुई। सप्लीमेंट्री की बात करें तो प्रदेश में 9638 छात्रों तथा 7200 छात्राओं के सप्लीमेंट्री आई है।
कुल प्रतिशत से ज्यादा
लड़कियों का परीक्षा परिणाम प्रतिशत जिले तथा प्रदेश के ओवरऑल परिणाम से अधिक रहा है। प्रदेश का ओवरऑल परिणाम 92.35 प्रतिशत रहा है। मगर लड़कियों का परिणाम 94.06 फीसदी रहा है तथा लडक़ों का 90.65 प्रतिशत रहा है। वहीं जिले का ओवरऑल परिणाम 93.07 प्रतिशत रहा है। जबकि लड़कियों का परिणाम 95.44 प्रतिशत एवं लडक़ों का 90.74 प्रतिशत रहा है।
जिले का छह साल का परिणाम
वर्ष परिणाम प्रतिशत
2023 93.07
2022 96.63
2021 98.96(बिना परीक्षा)
2020 90.91
2019 88.33
2018 88.88
फैक्ट फाइल : जिला व प्रदेश
प्रदेश का परिणाम : 92.35 प्रतिशत
लडक़ों का परिणाम : 90.65 प्रतिशत
लड़कियों का परिणाम: 94.06 प्रतिशत
जिले का परिणाम : 93.07 प्रतिशत
लडक़ों का परिणाम: 90.74 प्रतिशत
लड़कियों का परिणाम: 95.44 प्रतिशत
जिले में गुणवत्तापूर्ण परिणाम
जिले में छात्राएं – 9511
छात्राओं की प्रथम श्रेणी – 6490
थर्ड डिवीजन – 255
जिले में छात्र – 9632
छात्रों की प्रथम श्रेणी – 4226
थर्ड डिवीजन – 568
प्रदेश: थर्ड-सप्लीमेंटी में पीछे
लड़कियों की सप्लीमेंट्री – 7200
लडक़ों की सप्लीमेंट्री – 9638
बालिकाओं की थर्ड डिवीजन – 22768
बालकों की थर्ड डिवीजन – 33087