जबलपुर। वीरांगना रानी अवंती बाई के जीवन और बलिदान से जुड़े पहलुओं को संजोने के लिए मनकेड़ी में उनके नाम से स्मारक बनाया जाएगा। यह घोषणा वीरांगना के बलिदान दिवस पर सोमवार को बरगी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। उन्होंने बरगी बांध के आसपास के 106 गांवों में जलसंकट से निपटने के लिए व्यापक सर्वेक्षण कराने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस देश में 50 साल तक राज करने वालों ने आजादी की लड़ाई में सिर्फ एक ही खानदान के योगदान का राग अलापा है। महात्मा गांधी के योगदान को स्वीकार करने के साथ उन्हें प्रणाम करता हूं। लेकिन कांग्रेस ने राजा शंकरशाह, कुंवर रघुनाथ शाह, रानी अवंती बाई लोधी, टंट्या मामा, महारानी लक्ष्मी बाई, लाला हरदयाल, खुदीराम बोस और अन्य क्रांतिकारियों के आजादी के लिए दिए गए योगदान को भुला दिया। केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार ने ऐसे क्रांतिकारियों को याद किया। उनके स्मारक बनवाए। मूर्तियां लगवाईं। अब रानी अवंती बाई के इतिहास को किताबों में जगह देंगे, जिससे युवा पीढ़ी उनकी अमरगाथाओं और देश के लिए दिए गए बलिदान को जान सके।