जबलपुर. पेटस में होने वाली जटिल सर्जरी और बीमारियों की रोकथाम की जानकारी वेटरनरी के विशेषज्ञ देशभ के विभिन्न हिस्सों से आए युवा चिकित्सकों को देंगे। प्रदेश में इस तरह की पहली कार्यशाला का आयोजन जबलपुर में किया जा रहा है। रविवार को होटल कलचुरी में कार्यशाला का शुभारंभ कुलपति डॉ.एसपी तिवारी एवं पीएलआरसी के डॉयरेक्टर डॉ.आरटी शर्मा ने किया। तीन दिवसीय सर्जरी पर आयोजित की जा रही इस कार्यशाला में युवा चिकित्सको को सर्जरी की जटिलताओं और आधुनिकतम तकनीक का प्रशिक्षण वेटरनरी अस्पताल, लैब में दिया जाएगा।
दिल्ली से आए पीएलआरसी डॉ. शर्मा ने कहा पेटस में कई तरह की गंभीर बीमारियां हो रही हैँ लेकिन इसकी सर्जरी और जटिलताओं को लेकर वेटरेरियंत उतने दक्ष नहीं हैं। चाहे डॉग में कार्डियक का मामला हो या फिर लंग्स, लीवर का इसके लिए आधुनिकतम उपचार के साथ ही सर्जरी में भी अब विशेषज्ञता हासिल होनी आवश्यक है। वेटरनरी विश्वविद्यालय और विशेषज्ञों की मदद से चिकत्सकों को ट्रेंड किया जाएगा। चिकत्सक सूचनाओं तकनीकों को भी आपस में शेयर करेंगे। कार्यशाला के दौरान पीएलआरसी मेम्बर डॉ.अजय सूद, डॉ.अंकुश मैनी, डॉ.रितुजा श्रीवास्तव, डॉ.अपूर्वा मिश्रा, डॉ.निधि राजपूत, डॉ.अपरा शाही, डॉ.रणधीर सिंह, डीन डॉ.आरके शर्मा आदि उपिस्थत थे।
विदेश से भी आए चिकित्सक
सर्जरी में दक्षता हासिल करने और बीमारियों की जानकारी को लेकर केरल, गुजरात, आसाम, पंजाब के अलावा नेपाल और यूएई से 45 युवा चिकित्सक शामिल होंगे जिन्हें सर्जरी की ट्रेनिंग दी जाएगी। वेटरनरी विवि के कुलपति डॉ.एसपी तिवारी ने कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कहा कि पॉस लर्निंग एंड रिसर्च काउंसिल ऑफ इंडिया, राष्ट्रीय वेटरनरी कम्यूनिटी एवं नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विज्ञान विवि के सहयोग से प्रदेश में पहली राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इसके माध्यम से चिकित्सकों को स्किल डिवलपमेंट के साथ ही नई तकनीक, डॉग कैनाइन डिसीज, चिकित्सीय उपचार आदि के बारे में बताया जाएगा।