16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जयपुर

सुगंध और स्वाद बिगाड़ रहा सेहत, फास्ट- पैक्ड और रेडी टू ईट फूड से कैंसर का खतरा

घटिया प्लास्टिक पैकिंग और खाने में एसिड व केमिकल के उपयोग से हो रही कई बीमारियां

Google source verification

जयपुर. यदि आप रेडी टू ईट, फास्ट या पैक्ड फूड खा रहे हैं तो, सावधान हो जाइए। इनके लगातार सेवन से पेट संबंधी कई विकारों के अलावा कैंसर जैसी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। शहर के निजी व सरकारी अस्पतालों की ओपीडी, आईपीडी में इस तरह की शिकायत लेकर लोग पहुंच रहे हैं। जिनमें ज्यादातर युवा ही शामिल है।
इस तरह के खाने को तैयार करते समय कई जगह मिलावटी या निम्न स्तर की सस्ती सामग्री (तेल, मसाले इत्यादि) का उपयोग किया जा रहा है। सुगन्ध व स्वाद बढ़ाने के लिए कई प्रकार के केमिकल या लिक्विड का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। फूड पैकिंग क्वालिटी भी घटिया किस्म की होती है। गत दिनों पकड़े गए मिलावटखोरों नेे भी इस बात की पुष्टि की थी कि वे मिलावटी खाद्य सामग्री रेस्टोरेंट, ढाबे, होटल्स तक पहुंचा रहे हैं।

ये आ रही हैं दिक्कतें
राजस्थान पत्रिका की टीम ने मंगलवार को शहर के कई रेस्टोरेंट, ढाबों व होटलों की पड़ताल की। राजापार्क, परकोटा, मालवीय नगर, मानसरोवर, विद्याधर नगर, टोंक रोड, सीकर रोड समेत अन्य प्रमुख मार्ग व उनसे सटे इलाकों में नियमों को ताक पर रखकर खाद्य सामग्री बेची जा रही है। यहां दुकानों में बनी रसोई में भट्टी व गैस चूल्हे पर इतनी गंदगी जमा थी कि उनपर खाना बनते देखने वाला खाने की हिम्मत ना कर पाए। खुलेआम नमकीन, कचौरी, समोसे के अलावा अन्य फास्ट फूड आइटम्स बनाए जा रहे थे।

अस्पतालों में आने वाले लोगों में पेट दर्द, आंतों में सूजन, संक्रमण, पीलिया, उल्टी-दस्त, फूड पॉइजनिंग, पेनक्रियाज में दिक्कत, फैटी लिवर या लिवर कैंसर जैसी दिक्कतें आ रही हैं। ऐसे में खानपान को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है।