जयपुर। प्रदेशभर के स्कूली विद्यार्थियों को आज चुनाव संबंधी जानकारी दी गई। इन्ट्रेक्टिव स्कूल एंगेजमेंट प्रोग्राम के तहत विभिन्न विद्यालयों में निर्वाचन प्रक्रिया के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम हुए। कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों को निर्वाचन प्रक्रिया के बारे में बताया गया। देश के युवा और नए मतदाताओं को निर्वाचन प्रक्रिया से जोड़ने के लिए स्कूलों में निर्वाचन प्रक्रिया का पाठ पढ़ाया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भावी मतदाताओं (14-17 आयु वर्ग के विद्यालय के छात्र-छात्राओं) को निर्वाचन तंत्र से जोड़ते हुए निर्वाचन प्रक्रिया (पंजीकरण एवं मतदान प्रक्रिया) के संबंध में संवेदनशील बनाना है। जिससे वे 18 वर्ष की उम्र पूरी होते ही अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा सकें।
शहर के एक निजी स्कूल में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अश्विनी भगत ने विद्यार्थियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को सही मायने में मजबूती तभी मिलेगी जब देश का हर युवा अपने मत की कीमत पहचानेगा। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी 1 जनवरी को 18 वर्ष पूरी कर चुके हैं वे मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाकर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करना नहीं भूलें। उन्होंने कहा आज के दौर में युवा ही देश की असली ताकत हैं। यदि ये मतदान और निर्वाचन के प्रति और अधिक सजग हो जाएंगे तो देश का लोकतंत्र दिन—ब—दिन मजबूत होता चला जाएगा।
इस अवसर पर विद्यार्थियों को एक लघु फिल्म भी दिखाई गई, जिसमें चुनाव संबंधी जानकारी बच्चों को दी गई। स्कूली बच्चों ने भी कार्यक्रम का लुत्फ उठाया। बच्चों ने निर्वाचन विभाग के अधिकारियों से कई प्रश्न भी पूछे।
कार्यक्रम में ईवीएम मशीन तथा वीवीपैट का भी प्रदर्शन किया गया। स्टेट लेवल और डिस्ट्रिक्ट लेवल के मास्टर टेनर्स ने विद्यार्थियों को ईवीएम मशीन तथा वीवीपैट मशीन के बारे में बताया। इस अवसर पर मतदान प्रक्रिया के संबंध में विद्यार्थियों की स्लोगन राईटिंग व रंगोली प्रतियोगिताएं हुईं। कलक्टर सिदधार्थ महाजन और मुख्य निर्वाचन अधिकारी अश्विनी भगत ने विद्यार्थियों से प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रश्न पूछे।
कार्यक्रम में उपमुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद पारीक, उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर (द्वितीय) असलम शेर खान, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी सीमा शर्मा और राधिका भी उपस्थित थी।