डाक विभाग बढ़ा सकता है ‘इंटरनेशनल ट्रेक्ड पैकेट सर्विस’ का दायरा
—विदेशी डाक को ट्रेस करना हुआ आसान
जयपुर
एक वक्त था जब आम व्यक्ति विदेश में भेजी गई डाक की जानकारी लेने के लिए विभाग के कई बार चक्कर काटते रहते थे लेकिन आज डिजिटल युग है और वे घर बैठे—बैठे ही अपनी डाक को ट्रेस कर रहे है। उनकी डाक कब शहर से रवाना हुई, कहां पर चल रही है और कहा पहुंचने वाली है ये सभी जानकारी वे अपने मोबाइल पर ले रहे है। फिलहाल
डाक विभाग ने ‘इंटरनेशनल ट्रेक्ड पैकेट सर्विस’ को सफल योजनाओं में से एक बताया है। अभी 12 देशों के लिए ये सुविधा शुरु की गई है। इसका दायरा बढ़ाने पर विचार चल रहा है लेकिन केंद्र सरकार से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। विभाग की मानें तो आमजन की सुविधाओं को देखते हुए ही ‘इंटरनेशनल ट्रेक्ड पैकेट सर्विस’ शुरु की थी। और इसका दायरा भी इसकी सफलता को देखते हुए ही बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
इस सेवा के शुरु होने से विदेश में भेजी जाने वाली डाक की पूरी लोकेशन ट्रेस हो रही है। यानि कि आमजन की डाक कहां और किस रुट पर है इसे देख पाना आसान हो गया है। इसकी पूरी जानकारी आॅनलाइन ही मिल रही है।
सभी चुनिंदा 12 देशों को ई-कॉमर्स व्यवस्था के तहत दो किलो तक का सामान भेजे जाने की सुविधा है। वर्तमान में दो देशों के बीच स्पीड पोस्ट की व्यवस्था लेटर फार्म में चल रही है। डाकघर की इंडिया पोस्ट डॉट गांव डॉट इन साइट पर उपभोक्ता विदेश में भेजे अपने आर्टिकल की पूरी जानकारी ले रहे है। साथ ही ई-कॉमर्स व्यवस्था के तहत दो देशों के बीच दो किलो तक के सामान का क्रय विक्रय करना भी आसान हो गया है।
अपनी डाक इन देशों में ट्रेस करना आसान—
आॅस्ट्रेलिया, कंबोडिया, हांगकांग, इंडोनेशिया, जापान, मलेशिया,न्यूजीलैंड, फिलीपींस, सिंगापुर, साउथ कोरिया, थाईलैंड, वियतनाम देशों में यह सेवा प्राथमिक तौर पर शुरु हुई है।