Rajasthan Patrika राजस्थान पत्रिका की ओर से जयपुर के जवाहर कला केन्द्र Jawahar Kala Kendra में नेशनल बुक फेयर National Book Fair के दौरान मंगलवार को संवाद का आयोजन किया गया। पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी की पुस्तक ‘स्त्री: देह से आगे’ पर ये संवाद हुआ। पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी Gulab Kothari ने कहा कि समाज को पुरुष प्रधान कहा जाता है, लेकिन यहां पुरुष शब्द को गलत समझा जाता है। पुरुष तो ईश्वर को कहा जाता है और ईश्वर कभी दो हो ही नहीं सकते। मां अपने बेटे को सिखा ही नहीं रही कि पुरुष भी आधी स्त्री है, जिसके कारण ही समाज में असंतुलन पैदा हो रहा है। मां खुद के लिए कभी नहीं जीती। मां ही है जो बच्चे को घर में रहने लायक बना रही है, लेकिन वह बेटे को यह क्यों नहीं बता रही कि पुरुष भी आधी स्त्री है। इस अवसर पर राजस्थान विश्वविद्यालय Rajasthan University की कुलगुरु प्रो. अल्पना कटेजा ने समाज में तलाक के मामले बढ़ने पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने इस स्थिति के लिए विवाह संस्था में विकृति को जिम्मेदार ठहराया। संवाद कार्यक्रम में राजकीय संस्कृत महाविद्यालय, महापुरा की प्राचार्य डॉ. अनुपमा राजोरिया ने कहा कि पश्चिमी सभ्यता के पीछे जा रही पीढ़ी को यह पुस्तक अवश्य पढ़नी चाहिए।