राज्यपाल कलराज मिश्र के आज राजस्थान के राज्यपाल के पद पर तीन साल पूरे हो गए। राज्यपाल मिश्र ने इस मौके पर मीडिया से बातचीत में कहा कि वे स्टेट यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट सिस्टम लागू करेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने ये माना कि यदि प्राइवेट यूनिवर्सिटी कोई फर्जी डिग्री देती हैं तो ये बहुत खतरनाक हैं, ऐसा नहीं होना चाहिए। यूनिवर्सिटी में कुलपतियों की नियुकितयों को लेकर कहा कि वे और सीएम इस बारे में बातचीत करके ही नियुकित करते है। दो कुलपतियों पर एसीबी की कार्रवाई को लेकर उन्होंने कहा कि जो भ्रष्टाचार करेगा उस पर कानून कार्रवाई करेगा। यूनिवर्सिटीज में खाली पदों को भरने को लेकर उन्होंने कहा कि इस बारे में प्रयास किए जा रहे है।
राजभवन में स्वागत ऑनलाइन अपॉइन्टमेंट सॉफ्टवेयर –
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि राजभवन में स्वागत ऑनलाइन अपॉइन्टमेंट सॉफ्टवेयर लागू किया जाएगा और जनजातीय क्षेत्र 49 के गांवों को आदर्श ग्रामों के रूप में विकसित किया जाएगा। राजभवन की पहल पर विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और नवाचारों की मोनिटरिंग हेतु ई.समीक्षा तंत्र भी विकसित होगा।
राजभवन में जल्द पूरा होगा संविधान पार्क –
उन्होंने कहा कि राजभवन प्रदेश के संवैधानिक प्रमुख का आवास होता है इस नाते यहां संविधान समिति के गठन से लेकर संविधान के निर्माण और इसे लागू किए जाने तक की सम्पूर्ण यात्रा के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाक्रमों को राजभवन में बन रहे संविधान पार्क में प्रदर्शित किया जा रहा हैए जो शीघ्र ही बनकर तैयार हो जाएगा।
जनजातीय क्षेत्र में आवंटित बजट का शत.प्रतिशत उपयोग हों –
राज्यपाल ने कहा कि जनजाति उपयोजना क्षेत्र में आवंटित बजट का शत.प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा ताकि जनजातीय क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को दूर करते हुए उन्हें शिक्षा और रोजगार के पर्याप्त अवसर सुनिश्चित हो सकें। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्र में संचालित आवासीय विद्यालयों आश्रम छात्रावासों में रिक्त पदों को भरने की त्वरित कार्यवाही करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि टीएसपी क्षेत्र के विद्यार्थियों को सरकारी नौकरी और उच्च शिक्षा की कोचिंग देने के लिए आधारभूत ढांचा तैयार किया जा रहा है। जनजातीय क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल एवं प्रशिक्षण सुविधाओं के लिए भी कार्य किया गया है।
नई शिक्षा नीति और एक समान पाठ्यक्रम –
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए कुलपति समन्वय समिति और टास्क फोर्स का गठन कर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति समग्रता में लागू करने के लिए कार्यशाला का आयोजन कर समयबद्ध कार्य किया जा रहा है। इसी प्रकार विश्वविद्यालयों में एक समान पाठ्यक्रम लागू करने के लिए पाठ्यक्रमों को अद्यतन करने का निर्णय भी लिया गया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों की अपने संसाधनों द्वारा आय का स्रोत बढ़ाने के लिए रोडमैप तैयार करने की कार्यवाही भी की जा रही है। इन कार्यों से उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए कार्य –
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के लिए जयपुर में सैनिक कल्याण भवन का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों की समस्याओं के निराकरण और उन्हें लाभान्वित करने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था विकसित की जाएगी। उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों को प्रदत्त विभिन्न भत्तों, छात्रवृत्ति राशि तथा चिकित्सकीय आर्थिक सहायता में वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार रेडक्रॉस संस्था की जिला इकाइयों को फिर से सक्रिय करने और भामाशाहों को जोड़कर राज्यपाल राहत कोष को गति प्रदान करने का कार्य भी किया गया है।
लोक कलाओं और विरासत का संरक्षण –
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि प्रदेश की लोक कलाओं और विरासत के संरक्षण के लिए भी राजभवन द्वारा कला संवाद के आयोजन और पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के माध्यम से मंच प्रदान कर विशेष पहल की गई। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में बांसवाड़ा के गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय में वैदिक शोध पीठ की स्थापना कर ऋग्वेद की शांखायनी शाखा की ऋचाओं के सस्वरगान की परम्परा को सहेजा जा रहा है।
पुस्तकों का लोकार्पण
राज्यपाल कलराज मिश्र के तीन वर्ष के कार्यकाल पर आधारित ‘ संकल्प से सिद्धि.प्रतिबद्धता’ के तीन वर्ष पुस्तक का लोकार्पण भी इस अवसर पर हुआ।