जयपुर।
जिस बच्ची को मां की गोद मिलनी चाहिए थी…..ताकि उसे सर्दी से बचाव मिल सके और मां का दुलार…..लेकिन उस मासूम को सर्द रात में मिला कांटों का बिछौना…..वह मासूम तो जानती ही नहीं उसका गुनाह क्या है…क्यों उससे मां की गोद छीन ली….उसे क्यों झाड़ियों में फैंक दिया गया है…..जब मासूम के नाजुक शरीर को ठंडी हवाओं नश्वर चुभने लगे…इस पर कांटों का बिछौना असहनीय हो गया है…तो वह चीखने लगी…रोने लगी….यह मंजर किसी फिल्म का नहीं है बल्कि राजधानी जयपुर का है….शहर के पॉश इलाके चित्रकूट वैशाली नगर इलाके में जेवीवीएनएल आफिस के पास झाड़ियों में एक दस दिन की बच्ची फैंक दिया गया……बच्ची के रोने की आवाज राहगीर ने बच्ची को संभाला और उसे थाने लेकर पहुंचा……जहां से उसे जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवाया गया…..जहां पर डॉक्टर्स की टीम ने इलाज शुरू किया और बच्ची स्वस्थ्य बताई जा रही है……बच्ची के पास से एक थैली मिली है….जिसमें एक दूध की बोतल और कुछ कपड़े हैं……..पुलिस अब आस-पास के अस्पतालों का रिकॉर्ड खंगाल रही है….लेकिन सवाल उठता है…आखिर क्यों एक मां इतनी निष्ठुर हो गई….आखिर क्यों बच्ची को यूं सर्द रात में कटीली झाड़ियों में फैंक दिया गया….आखिर समाज कल्याण विभाग के पालना योजना का प्रचार प्रसार क्यों नहीं किया जा रहा है जहां पर ऐसे बच्चों को रखा जा सके ताकि जन्म के साथ ऐसी असहनीय पीड़ा से ना गुजरना पड़े….लेकिन इस घटना ने एक बार फिर मानवीयता को जरूर शर्मशार कर दिया है।