कर्नाटक के सियासी संकट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर राजनीतिक दलों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आई है। मजे की बात ये है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही फैसले को अपनी जीत बता रही हैं, साथ ही विधानसभा स्पीकर समेत बागी विधायकों ने भी कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। ऐसे में ये सवाल भी उठ रहे हैं कि कोर्ट का फैसला आखिर किस के हक में गया है। इन तमाम सवालों के बीच दोनों पक्षों के नेता अपने-अपने दावे कर रहे हैं। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बी एस येदियुरप्पा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को संविधान और लोकतंत्र की जीत बताया। येद्दि ने कहा कि कर्नाटक के सीएम ने बहुमत खो दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा कि बागी विधायकों को विधानसभा में विश्वास मत में शामिल होने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है। बता दें कि कर्नाटक विधानसभा में गुरुवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। वहीं कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर के आर रमेश कुमार ने कहा है कि वे बागी विधायकों पर ऐसा फैसला लेंगे जो किसी भी हालत में संविधान की भावना, अदालत और लोकपाल के खिलाफ नहीं जाएगा। अदालत के फैसले के बाद सुप्रीम कोर्ट में बागी विधायकों का पक्ष रख रहे वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बागी विधायकों के खिलाफ जारी किया गया व्हिप उनपर लागू नहीं होगा। दूसरा पक्ष ये है कि अब स्पीकर को ये अधिकार है कि वो इस्तीफा देने वाले विधायकों पर जब और जैसा चाहे फैसला ले सकते हैं। उधर कांग्रेस ने भी सुप्रीम अदालत के फैसले का स्वागत किया है। फिलहाल गुरुवार को जब फ्लोर टेस्ट होगा तो क्या तस्वीर उभरकर आएगी,यह देखना बेहद दिलचस्प होगा।