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आम बजट को भाजपा ने बताया सर्वस्पर्शी, मध्यम वर्ग को होगा खासा फायदा

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को पांचवी बजट पेश किया। भाजपा ने इस बजट को सर्वस्पर्शी बजट करार दिया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि बजट में सभी वर्गों को ध्यान रखा गया है। खासकर मध्यम वर्ग को इस बजट से खासा फायदा होगा।

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Umesh Sharma

Feb 01, 2023

जयपुर। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को पांचवी बजट पेश किया। भाजपा ने इस बजट को सर्वस्पर्शी बजट करार दिया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि बजट में सभी वर्गों को ध्यान रखा गया है। खासकर मध्यम वर्ग को इस बजट से खासा फायदा होगा। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व ने दुनिया ने कदम से कदम मिलाया, यह आजादी के बाद अमृत काल का बजट है। इस बजट में सभी वर्गों और क्षेत्रों का ध्यान रखा गया है। नौजवानों की कल्पना वाला यह बजट है। मध्यम वर्ग के लोगों को टैक्स में छूट देकर उनकी मदद की, तो प्रधानमंत्री आवास योजना से गरीबों को आवास मिले, गरीब कल्याण सरकार की प्राथमिकता है। इस बजट में सेना का केंद्र ने बजट बढ़ाया है। यह बजट किसानों के कल्याण का बजट है। वहीं कांग्रेस की ओर से बजट में राजस्थान को कुछ नहीं देने के सवाल पर पूनियां ने कहा कि ये लोग सिर्फ राजस्थान की सोचते है, लेकिन प्रधानमंत्री पूरे देश की सोचते है। पूरे देश को ध्यान में रखते हुए यह बजट बनाया गया है। केंद्र की उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य योजनाओं का सीधा लाभ राजस्थान के लोगों को भी मिला है।

किसानों की आय होगी दुगुनी

उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि बजट 2023-24 में किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य के लिए पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर विशेष ध्यान दिया गया है। यही वजह है कि एग्री लोन लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान, कृषि-स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड बनाने और अगले तीन साल में 1 करोड़ किसानों को नेचुरल फार्मिंग के लिए प्रोत्साहित करने जैसे प्रावधान बजट में शामिल किए गए हैं। राठौड़ ने कहा कि बच्चों और किशोरों के लिए राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय स्थापित करने, आगामी 3 वर्ष में 740 एकलव्य स्कूलों के लिए 38 हजार 800 टीचर्स और सहायक नियुक्त किये जाएंगे, जिससे 3.5 लाख आदिवासी छात्रों को फायदा मिलेगा। वर्ष 2014 से मौजूद 157 मेडिकल कॉलेजों के साथ 157 नए नर्सिंग कॉलेज खोले जाने की घोषणा स्वागतयोग्य है। निजी निवेश को बढ़ावा देने, फार्मासूटिकल सेक्टर में नई योजनाएं शुरु करने, ICMR लैबों की संख्या बढ़ाने तथा वर्ष 2047 तक एनीमिया उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित करने जैसी स्वास्थ्य क्षेत्र में अनेकों घोषणाओं से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र को बूस्टर डोज मिलेगा।