जयपुर. भाद्रपद शुक्ल अष्टमी पर बुधवार को छोटी काशी के रूप में प्रसिद्ध जयपुर में वृषभान दुलारी राधारानी के जन्मोत्सव का उल्लास छाया हुआ है। सुबह राधा रानी के पुरुष युक्त पाठों से पंचामृताभिषेक किया गया। जन्माभिषेक के बाद पीली पोशाक धारण करवा कर फूलों से शृंगार किया गया। इसके बाद जन्म पर उछाल लुटाई गई ।
आराध्य गोविन्ददेवजी के मंदिर में राधा रानी का जन्मोत्सव मनाया गया। सुबह महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में मंगला आरती के बाद 4.45 बजे तिथि पूजा-अभिषेक हुआ। अभिषेक दर्शन खुलने पर आतिशबाजी की गई। इस अवसर पर ठाकुरजी को विशेष व्यंजनों का भोग लगाया गया। मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि जन्म की खुशी में ठाकुरजी को पीली पोशाक व अलंकार धारण करवाए गए। ठाकुर जी को पंजीरी, लड्डू मावा की बर्फी का भोग अर्पण किया गया। इस मौके पर मंदिर के मुख्य द्वार पर शहनाई वादन हुआ। धूप झांकी में ठाकुर श्रीजी का अधिवास पूजन किया गया। इसके बाद छप्पन भोग झांकी के दर्शन हुए। शृंगार झांकी के बाद राधारानी का जन्मोत्सव मनाया गया एवं उछाल की गई। शाम को फूल बंगला झांकी दर्शन होंगे। उत्सव दर्शन शाम 7 से 8:30 बजे तक होंगे। इसके बाद शयन झांकी खोली जाएगी।