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जयपुर के जीत की प्रतीक ‘ईसरलाट’ को कब और किसने बनवाया..देखिए वीड़ियो

आज हम आपको जयपुर की एक ऐसी ही विरासत के बारे में बताने जा रहे है यह है ईसरलाट,ईसरलाट जयपुर के परकोटा क्षेत्र में स्थित एक मीनार है जिसको सरगासूली के नाम से भी हम लोग जानते है।

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जयपुर।
यूनेस्को ने जयपुर को वर्ल्ड हेरिटेज सिटी का दर्जा दिया है। ऐसे में पत्रिका ने शुरू की है ‘परकोटे की परिक्रमा’ इस परिक्रमा पर आपको रूबरू करा रहे हैं परकोटे से आज इसी आपको बता रहे हैं ईसरलाट सरगासूली के बारे में…

ऐतिहासिक दृष्टी से महत्वपूर्ण जयपुर का अपना एक इतिहास है इन्ही इतिहास के पन्नों में दर्ज़ है जयपुर की विरासत की कहानियां कुछ कहानियां सुनी कुछ अनसुनी है। जयपुर की परकोटा इलाके में त्रिपोलिया बाजार से दिखाई देती यह गगनचुंबी मीनार जयपुर भ्रमण करने वाले पर्यटकों को कुछ देर के लिए वहीं रोक देती है। आज हम आपको जयपुर की एक ऐसी ही विरासत के बारे में बताने जा रहे है यह है ईसरलाट,ईसरलाट जयपुर के परकोटा क्षेत्र में स्थित एक मीनार है जिसको सरगासूली के नाम से भी हम लोग जानते है।

इस मीनार का निर्माण महाराजा सवाई ईश्वर सिंह जी ने करवाया था इस लिए इसे ईसरलाट कहा जाता है। यह मीनार जयपुर की शानदार जीत का प्रतीक भी हैं लेकिन परकोटा के लोग इसे सरगासूली के नाम से जानते है। त्रिपोलिया बाजार में दिखने वाली यह मीनार असल में त्रिपोलिय बाजार में न हो कर इसके पीछे स्थित आतिश बाजार में है। यह अष्टकोणीय मीनार वास्तुकला का एक उत्कृष्ठ उद्धाहरण है। ईसरलाट के उपर से जयपुर शहर का शानदार चुहुमुखी नजारा देखने को भी मिलता है।